दिल्ली. आज 28 सितंबर देश की आजादी के सबसे चर्चित महानायक का जन्मदिन है. एक ऐसा शख्स जिसे हर नौजवान प्यार करता है. बेपनाह प्यार. भगत सिंह हर कोई यूं ही नहीं बन जाता.
आजादी के पहले के पंजाब के लायलपुर जिले के मामूली से गांव बंगा में किशन सिंह औऱ विद्यावती के घर 28 सितंबर 1907 को एक ऐसे नन्हे मुन्ने का जन्म हुआ जिसे दुनिया सदियों तक जानेगी. इसका एहसास भी उस वक्त शायद किसी को रहा हो.
आजादी में अपने अप्रतिम साहस और हिम्मत से अंग्रेजों के हौसले तोड़ देने वाले भगत सिंह की हैसियत आम हिंदुस्तानी के लिए क्या है. ये आपको आज भी भगत सिंह की टीशर्ट औऱ बुलेट के पीछे भगत सिंह की तस्वीर लगाते घूमते हुए नौजवानों से बात कर पता चल जाएगी.
हम आपको भगत सिंह के उन 10 विचारों से अवगत कराते हैं. जो आज भी नौजवानों की जुबान पर चढ़े रहते हैं. हर नौजवान भगत सिंह की इन बातों को आज भी दोहराता रहता है.
1.जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरों के कंधों पर तो जनाजे उठा करते हैं.
2.सीने पर जो जख्म हैं, सब फूलों के गुच्छे हैं, हमें पागल ही रहने दो, हम पागल ही अच्छे हैं.
3.मैं एक इंसान हूं औऱ जो कुछ भी इंसानियत को प्रभावित करता है, उससे मुझे मतलब है.
4.लिख रहा हूं मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा. मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा, मैं रहूं या न रहूं पर ये वादा है तुमसे मेरा कि मेरे बाद वतन पे मरने वालों का सैलाब आएगा.
5.शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा.
6.बहरों को सुनाने के लिए धमाकों की जरूरत होती है.
7.मेरे जज्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम, मैं इश्क भी लिखना चाहूं तो इंकलाब लिखा जाता है.
8.राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है. मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद है.
9.प्रेमी, पागल औऱ कवि एक ही चीज से बने होते हैं.
10.व्यक्तियों को कुचलकर वे विचारों को नहीं मार सकते.