अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों के शिकार के लिए छोड़े गए चीतलों को लेकर बिश्नोई समाज नाराज हो गया है. चीतों के शिकार के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से चीतलों को शिफ्ट करने का काम वन विभाग ने शुरू किया. जैसे ही इसकी भनक बिश्नोई समाज लगी, तो बिश्नोई समाज नाराज हो गया. मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से चीतलों को शिफ्ट करने का कम वन विभाग ने नामीबिया से लाए गए चीतों के शिकार के लिए शुरू किया था जो अटक गया है. इसीलिए समाज के तमाम पदाधिकारियों ने अपनी नाराजगी केंद्र और राज्य सरकार के सामने जाहिर कर दी है. उन्होंने चेतावनी दी है ऐसा किया गया तो समाज हर स्तर पर संघर्ष के लिए तैयार रहेगा.
नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा पत्र
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर चीतों को चीतल ना परोसने की अपील की है. उनकी माने तो मध्य प्रदेश में चीतलों को कही से कही शिफ्ट किए जाने की कोई जरूरत नहीं है.
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प्रदेश में सबसे ज्यादा चीतल
मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में चीतल हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय उद्यान का नाम कान्हा में 30 हजार, पेंच में 50 हजार, बांधवगढ़ में 30 हजार ,सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में 10 हजार चीतल है. संजय राष्ट्रीय उद्यान और नोरदेही अभ्यारण में चीतलों की संख्या कम है. अंतर राज्य प्राणी स्थानांतरण के लिए भारत सरकार एवं संबंधित राज्यों की सहमति जरूरी होती है, तो प्रदेश में वर्ष 2015 से सक्रिय वन्य प्राणी प्रबंधन किया जा रहा है, जिसमें एक राज्य अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान से दूसरे में पशुओं को स्थानांतरित किया जाता है. पर्यावरण बचाए रखने के लिए वन्य प्राणियों के जैविक दबाव को कम किया जाता है.
कूनो में 20 हजार चीतल
बिश्नोई समाज के विरोध के बाद वन विभाग में बचाव की मुद्रा में आ गया है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी जसवीर सिंह चौहान ने कहा कि कूनो में 20 हजार से ज्यादा चीतल मौजूद है. चीतलों को किसी अन्य स्थानों, राज्य से लाये जाने की आवश्यकता नहीं है. बिश्नोई समाज इस बात को लेकर नाराज हैं कि कूनो में चीतों के लिये 181 चीतल छोड़े गए थे. जिसे लेकर समाज नाराज है. वहीं चौहान की माने तो प्रदेश में वन्य प्राणी और उसके संवर्द्धन में विश्नोई समाज का बड़ा योगदान है.
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बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 17 सितंबर को जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से भारत लाए गए 8 चीतों को मप्र के श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़कर चीता परियोजना का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने बटन दबाकर पिंजड़े का दरवाजा खोला और चीतों को कूनो नेशनल पार्क में रिहा किया. कूनो के क्वारंटाइन बाड़े में तीन नर और पांच मादा चीतों को छोड़ा है. चीतों को छोड़ते हुए खुद कैमरे में कैप्चर किया था.