झाबुआ।  ईसाई समाज कैथोलिक डायसिस के बिशप धर्मगुरु बसील भूरिया का कोरोना संक्रमण के चलते दुखद निधन हो गया. उनके निधन से इसाई समाज में शोक की लहर व्याप्त है.कुछ दिनों पहले बसील भूरिया कोरोना से संक्रमित थे और उनका इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था.

बताया गया है कि धर्मगुरु बिशप बसील भूरिया मध्यप्रदेश के चार जिलों के बिशप थे और इन चार जिलों के ईसाई समुदाय के बीच उनकी ख्याति थी.वे इस इलाके में धर्म प्रचार और मानवता की सेवा के लिये पिछले कई सालों से सक्रिय थे. वे सहज-सरल इंसान थे और हर समय लोगों की मदद करने के लिये इलाके में विशिष्ट पहचान रखते थे. ईसाई समुदाय के गणमान्य नागरिकों ने उनके निधन पर शोक जताया है और धर्मगुरु बसील भूरिया के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है.

इंदौर के एक निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस 
बताया जाता है कि 62 वर्षीय बिशप को कोरोना संक्रमित होने पर इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. वे मध्यप्रदेश के रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, नीमच और मंदसौर के बिशप थे. झाबुआ के मेघनगर हाउस में इसाई धर्म की रीति अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके निधन की खबर से प्रदेश के कैथोलिक इसाई समाज में शोक की लहर है.

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