जकार्ता. इंडोनेशिया के आसेह प्रांत में शरिया कानून का कड़ाई से पालन किया जा रहा है. रूढ़िवादी समाजिक व्यवस्था वाले इस प्रांत की एक रीजेंसी ने अविवाहित जोड़ों को मेज शेयर करने पर रोक लगा दी है. समाचार एजेंसी ‘एफे’ की रिपोर्ट के अनुसार, मानवाधिकार कार्यकर्ताताओं ने कहा कि बिरूएन रीजेंसी के नए काननू में समलैंगिकों की खातिरदारी पर रोक है इसके अलावा रात नौ बजे से महिलाओं के काम करने पर भी रोक है.
मेयर सैफानुर द्वारा हस्ताक्षर किए गए नए कानून में महिलाएं अगर रिश्तेदार के साथ आती हैं तो उनको उनकी समय सीमा को नजरंदाज किया जा सकता है. कानून के अनुच्छेद 13 में रेखांकित किया गया है कि रिश्तेदार के साथ अगर नहीं हो तो पुरुष और महिला के एक साथ एक मेज पर खाने पर प्रतिबंध है. कुछ समय पहले इंडोनेशिया के आचे प्रांत में कुछ अविवाहित जोड़ों और सेक्स वर्कर्स को शरिया कानून के तोड़ने के जुर्म में सरेआम कोड़े मारने की सजा दी गई थी. सजा पाने वाले दोषियों में 3 पुरुष और 5 महिलाएं शामिल थीं.
अधिकारियों की मानें तो अविवाहित जोड़े शादी से पहले एक-दूसरे को छूने, जबकि सेक्स वर्कर्स को ऑनलाइन सेक्शुअल सर्विस ऑफर कर शरिया कानून का उल्लंघन करने के दोषी पाए गए थे.