BJD MLA Meeting Boycott: क्या BJD में सुजाता की एंट्री होगी? इसी चर्चा के बीच शंख पार्टी में अब दरार पड़ती दिख रही है. नवीन पटनायक द्वारा बुलाई गई BJD MLA मीटिंग में पार्टी के 10 से ज्यादा MLA शामिल नहीं हुए. कहा जा रहा है कि सीनियर नेताओं की बगावत ने पार्टी में बड़ा तूफान खड़ा कर दिया है. इस बीच देबाशीष के लेटर को लेकर बयानबाजी अभी भी जारी है.
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क्या राजा परेशान हैं? शंख कैंप में सना की तबीयत ठीक नहीं है? क्या शारदा की हालत सच में खराब है? बुधवार को BJD MLA मीटिंग में उनकी गैरमौजूदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. BJD सुप्रीमो और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक की मीटिंग के दौरान 10 से ज्यादा MLAs की गैरहाजिरी ने एक बार फिर पार्टी की अंदरूनी राजनीति को गर्मा दिया है. चर्चा है कि नुआपड़ा हादसे, सीनियर नेताओं की बगावत और सुजाता की एंट्री की चर्चा का असर लेजिस्लेटिव पार्टी पर पड़ा है. इसी वजह से कई MLAs ने पार्टी मीटिंग को बायकॉट किया है.
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हालांकि आज विधानसभा में रणेंद्र और शारदा की मौजूदगी ने इन चर्चाओं को और हवा दे दी है. दोनों MLA विधानसभा में मौजूद थे, लेकिन पार्टी मीटिंग में नहीं गए. उन्होंने इस मामले पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. वहीं प्रमिला, अरुण और गणेश्वर ने अपनी गैरमौजूदगी का कारण खराब स्वास्थ्य बताया है.
इस बीच देबाशीष के लेटर को लेकर पार्टी में बयानबाजी जारी है. गणेश्वर और प्रमिला दोनों ने देबाशीष पर निशाना साधा है. उधर देबाशीष का कहना है कि ओडिया लोग तमिल बोहू सुजाता को स्वीकार नहीं करेंगे. BJD की राजनीति की इस अजीब स्थिति ने नवीन और कोटारी ग्रुप को दुविधा में डाल दिया है. चर्चा है कि वे परेशान हैं कि क्या प्रफुल्ल और श्रीमायी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा या फिर बागी नेताओं को काबू में करने के लिए कोई फॉर्मूला अपनाया जाएगा, या फिर चुप्पी साधी जाएगी.
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