भाजपा के धरना-प्रदर्शन में जुटे पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता और कार्यकर्ता

सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ में जल्द आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर बीजेपी विधायक, सांसद दल और कार्यकर्ताओं ने राजधानी के अंबेडकर चौक पर धरना दिया. इस दौरान आरक्षण के नाम पर कांग्रेस पर जनता से सिर्फ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए आरक्षण विधेयक का आधार बताए जा रहे क्वांटिफिएबल डाटा आयोग की रिपोर्ट प्रस्तुत करने की मांग की.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने जिस तरीक़े से छत्तीसगढ़ को छला है, झूठ बोला है, तोड़-मरोड़कर आरक्षण का खेल खेला जा रहा है. इसी के विरोध में विधानसभा को छोड़कर आज धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. आधे-अधूरे 1,40,00,000 लोगों का सर्वे किया गया है, विधानसभा रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर पाए. हाई कोर्ट ने आरक्षण को निरस्त क्यों किया, क्योंकि प्रदेश सरकार ने वक़ील खड़ा नहीं कर पाए, समय पर दस्तावेज़ नहीं दिए.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण के नाम पर प्रदेश सरकार को सिर्फ़ राजनीति करना था. झूठ बोलकर समाज के सभी वर्गों को षड्यंत्र में फँसाया गया है. जो फ़ैसला आया है, उसने पूछा गया कि 50 प्रतिशत से ऊपर करने का औचित्य बताया जाए, वह नहीं बता पाए. अब संवैधानिक पद का सरासर अपमान किया जा रहा है. हजारों-लाखों लोगों का धर्मांतरण के चक्कर में फँसाया गया है. नारायणपुर के घटना इसका उदाहरण है. 40 लोगों को मारकर घायल किया गया है. धर्मांतरण की आँधी से छत्तीसगढ़ को बचाना है.

सांसद अरुण साव ने प्रदेश सरकार आरक्षण के नाम पर राजनीति कर रही है, उसी के ख़िलाफ़ में आज धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. यह सरकार आरक्षण देने वाली नहीं है, बल्कि छीनने वाली है. जिसने उच्च न्यायालय में याचिका लगाया है, उसको पद से नवाज़ा गया. आरक्षण के नाम पर केवल और केवल राजनीति हो रही है, आरक्षण देने का नीयत नहीं है. प्रदेश सरकार के नीयत और नीति को जनता समझ गई है. आरक्षण से वंचित लोगों को आरक्षण देने के काम बीजेपी ने किया है. छीनने का काम कांग्रेस के प्रदेश सरकार ने किया है.

सांसद सुनील सोनी ने कहा प्रदेश सरकार को जगाने के आज धरना कर रहे हैं प्रदेश सरकार भ्रम फैला रही है मैं लोगसभा में इस बात में कहा था लगातार राजभवन को अपमानित किया जा रहा है, जिस राज्यपाल ने ओथ दिलाई, सही रास्ता में चलने को कहा, वहीं उनका अपमान किया जा रहा है. बीजेपी आरक्षण के विरोधी नहीं हैं, हम चाहते है सब को उनका अधिकार मिले, न्याय मिले, इसलिए धरना दे रहे हैं.

अजय चंद्राकर ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की मंशा नहीं की लोगों को आरक्षण का लाभ मिले, उनका मक़सद साफ़ है राजनीति करना है. भानुप्रतापपुर उपचुनाव को देखते हुए आनन-फ़ानन में नियम विरुद्ध बिल लाया. विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज संविधान का अपमान मुख्यमंत्री और उनके मंत्री कर रहे हैं. राजभवन का घेराव, राज्यपाल से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि नक्सलवाद पहले से है, अब धर्मांतरण करा रहे हो. प्रदेश जल रहा है. आदिवासी राम के साथ मिलकर रावण से लड़े थे, अब सरकार रावण बन गई है. बहुमत का घमंड हो गया है. आदिवासी सड़क में आ गए हैं. आदिवासियों को 2012 से 2022 तक 32 प्रतिशत मिल रहा था, लेकिन आरक्षण कम करने वाले कौन है? हम जवाब चाहते हैं? ये बात आरक्षण से वंचित वर्ग को समझाना होगा. प्रदेश में नौकरी बंद है, लोग बेरोज़गार हैं, नौकरी क्यों नहीं मिल रही है? धर्मांतरण कराने वाले पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है, क्योंकि अम्मा को खुश करना है.

धरना-प्रदर्शन के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, प्रेमप्रकाश पांडेय, सांसद सुनील सोनी, सांसद संतोष पांडेय, मोहन मंडावी समेत सभी विधायक-सांसद मौजूद रहे.

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