श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद हुए पहले स्थानीय जिला विकास परिषद के चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है, वहीं नेशनल कांफ्रेंस में अच्छा प्रदर्शन किया है. पीडीपी का प्रदर्शन कमजोर रहा, जो विजयी प्रत्याशियों की संख्या के हिसाब से निर्दलियों के बाद चौथे नंबर पर है.
आठ चरणों में संपन्न हुए जिला विकास परिषद के 280 सीटों के लिए चुनाव के बाद दो सीटों को छोड़कर सभी के परिणाम सामने आ गए हैं. फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी सहित सात दलों के पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लरेशन (पीएजीडी) ने 100 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं भाजपा 74 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़े अकेले दल के तौर पर उभर कर सामने आई है. कांग्रेस ने 26 सीटों पर जीत हासिल की है.
चुनाव में लोगों के वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है. एक तरफ जम्मू डिवीजन में जहां भाजपा ने एकतरफा 71 सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं पीएजीडी ने 35 और कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं दूसरी ओर कश्मी डिवीजन में भाजपा ने 7 सीटों पर जीत हासिल की, वहीं पीएजीडी ने 72 सीटों पर और कांग्रे ने 9 सीटों पर जीत हासिल की है.
जिलों के हिसाब से हुए चुनाव में भाजपा ने जम्मू डिवीजन के 6 जिला परिषदों में काबिज हुई है, तो वहीं नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने 4 जिलों में कब्जा जमाया है. वहीं कश्मीर की बात करें तो गुपकर एलायंस ने 9 जिलों में सत्ता हासिल की है, वहीं दूसरे ओर निर्दलीय को एक सीट पर जीत मिली है. भाजपा का आंकड़ा शून्य है. लेकिन श्रीनगर की तीन सीटों में मिली जीत से भाजपाई उत्साहित हैं, वहीं अन्य दलों के लिए यह अचंभा है.
जम्मू और कश्मीर के चुनाव आयुक्त केके शर्मा ने परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि भाजपा ने 75, नेशनल कांफ्रेंस ने 67, निर्दलीय 50, पीडीपी ने 27, कांग्रेस ने 26, जेकेएपी ने 12, जेकेपीसी 3, सीपीआई (एम) 5, जेकेएनपीपी ने 2, डीपीएफ ने 2 और बीएसपी ने एक सीट पर जीत हासिल की है.