बाराबंकी। आपातकाल भारतीय लोकतंत्र में कांग्रेसी कुशासन का काला दिन है. आपातकाल के दौरान लाखों बेगुनाह राष्ट्रवादियों को जेलों में ठूंस दिया गया, जिनमे अटल बिहारी बाजपेयी,लाल कृष्ण आडवाणी,मोरारजी देसाई जैसे असंख्य नेता भी शामिल थे. यह बात विधायक साकेन्द्र प्रताप वर्मा ने आपातकाल की 46वीं वर्षगांठ पर गोष्ठी में कही.

विधायक वर्मा ने इसे भारतीय लोकतंत्र की जघन्य हत्या बताते हुए कहा कि आपातकाल की पृष्ठभूमि एवं कांग्रेसी हुकूमत के अत्याचारों के इतिहास को आने वाली पीढ़ियों को अवश्य पढ़ना चाहिए, जिससे भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति करने की कोई हिम्मत न जुटा सके. आपातकाल के दौरान जेलों में बन्द कई सेनानी इलाज के अभाव बलिदान हो गए. मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया. हजारों पत्रकार गिरफ्तार हुए. जेलों में प्रताड़ना झेली, मगर कांग्रेसी हुकूमत के आगे कभी नहीं झुके.

प्रदेश मंत्री एवं जिला प्रभारी रामचन्द्र कनौजिया ने भाजपा को लोकतंत्र का सच्चा हितैषी बताते हुए लोकतंत्र सेनानियों को आभार ज्ञापित किया. इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव के अलावा रचना श्रीवास्तव, गुरुशरण लोधी, विजय आनन्द बाजपेई, प्रमोद तिवारी, डॉ अवधेश वर्मा, विवेक तिवारी, संजीव वर्मा, अनुपम निगम, गिरिधार गोपाल सहित सभी मण्डल अध्यक्ष, सेक्टर प्रमुख /संयोजक एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे.