राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश से बड़ी खबर है. बीजेपी और कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है. क्रॉस वोटिंग के अंदेशे को लेकर दोनों दलों के नेता तैयारियों में जुट गए हैं. बीजेपी के नारायण त्रिपाठी और शरद कॉल पर कांग्रेस की नजर है, क्योंकि दोनों एक बार क्रॉस वोटिंग कर चुके हैं. कांग्रेस विधायकों को लेकर कमलनाथ की तैयारी आदिवासी विधायकों पर बीजेपी की नजर है. इसी बीच सरकार से नाराज चल रहे हैं बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की है. चुनाव में वोटिंग को लेकर चर्चा हुई है.
बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि पहली बार कोई आदिवासी वर्ग से राष्ट्रपति बनने जा रहा है. मेरा रुख स्पष्ट है. पार्टी के प्रत्याशी को ही वोट जाएगा. मेरे मन में और कुछ होता तो खुलकर बता देता. मेरे मन में और कुछ होता तो पहले ही बता देता. इस तरह अपने बयान पर बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी कायम है.
नगरीय निकाय चुनाव में सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि जो धरातल पर देखता हूं, महसूस करता हूं और जो सच्चाई होती उस पर मैं बयान देता हूं. अधिकारी गलत थे इसलिए मैंने बोला. जो अधिकारी गडबड़ी में फंसे थे, उन्हें सुधारने का काम किया. विरोध करूंगा तो बात कहीं न कहीं जाएगी. कहां तक जाती है ये निर्वाचन आयोग जाने. नारायण त्रिपाठी ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए थे. अधिकारी कर्मचरियों पर भाजपा के लिए वोट मांगने का आरोप लगाया था.
कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी के विधायक ने खुल कर कहा कि चुनाव करवाने का फ़ायदा क्या है. हमें कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है. इनके लोग खुद बोल रहे है. हमारे सदस्यों को ख़रीदने का प्रयास किया जा रहा है. इससे पहले भी कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस विधायकों को बीजेपी खरीदने की कोशिश कर रही है. हमारे एक विधायक को एक करोड़ का ऑफर मिला है. बीजेपी अन्य विधायकों पर भी डोरे डाल रही है. मुझे अपने सभी विधायकों पर पूरा भरोसा है.
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