नई दिल्ली। तमिलनाडु के मंदिरों में अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सीधे प्रसारण पर डीएमके सरकार ने प्रतिबंध लगाया है. सरकार के इस आदेश के खिलाफ भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट में तत्काल सुनवाई के लिए याचिका लगाई है. इसे भी पढ़ें : Ram Mandir Inauguration: रामलला के स्वागत के लिए अयोध्या तैयार, सुबह 10 बजे से गूंजेगी मंगलध्वनि, 84 सेकंड के शुभ मुहूर्त में प्राण-प्रतिष्ठा, जानिए कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी

भाजपा की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि “यह सम्मानपूर्वक प्रस्तुत किया जाता है कि द्रमुक राजनीतिक दल द्वारा संचालित राज्य सरकार ने तमिलनाडु राज्य के सभी मंदिरों में अयोध्या में भगवान राम की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के शुभ अवसर के सीधे प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है.” “सरकार ने इस शुभ अवसर पर सभी प्रकार की पूजा, अर्चना और अन्नदानम (गरीब भोजन) भजन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. यह संविधान के तहत प्रदत्त मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है.”

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने का कहना है, “तमिलनाडु सरकार द्वारा तमिलनाडु पुलिस का दुरुपयोग किया जा रहा है. हिंदू-घृणा करने वाली द्रमुक द्वारा उनका दुरुपयोग किया जा रहा है. क्या किसी नागरिक को प्रधानमंत्री को देखने से वंचित किया जा सकता है? द्रमुक प्रधानमंत्री के प्रति अपनी व्यक्तिगत नफरत दिखा रही है.”