रायपुर। मरवाही विधानसभा उपचुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी की पूर्व विधायक प्रत्याशी अर्चना पोर्ते और ध्यान सिंह पोर्ते ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया है. भाजपा के पूर्व विधायक प्रत्याशी अर्चना पोर्ते 2018 में मरवाही से उम्मीदवार रहीं हैं, जबकि भाजपा पूर्व विधायक प्रत्याशी ध्यान सिंह पोर्ते भी 2008 में मरवाही विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

इन दोनों नेताओं ने आज प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, अटल श्रीवास्तव, संगठन प्रभारी आर पी सिंह प्रवक्ता, प्रदेश कांग्रेस कमेटी पंकज तिवारी, अंसार जूनजानी के सामने छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार के विकास कार्यो से प्रभावित होकर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया. 3 नम्बर को होने वाले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही विधानसभा उपचुनाव में प्रचण्ड बहुमत से जीत हासिल करने का संकल्प लिया है. जबकि आज बीजेपी के उम्मीदवार डॉ. गंभीर सिंह का नामांकन दाखिल करने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल समेत कई वरिष्ठ नेता यहां पहुंचे हुए हैं.

कांग्रेस प्रवेश करने के बाद अर्चना पोर्ते ने कहा कि आज मरवाही में फिर हमारे सामने चुनौती उपचुनाव है. पोर्ते ने जोगी परिवार पर करारा प्रहार करने हुए कहा कि यहां के लोग 20 साल से आदिवासियों का हक और अधिकार छीनकर बैठे हैं, जो कहते हैं हम आदिवासी हैं, जिन्होंने 20 साल से मरवाही का विकास नहीं किया. मरवाही की जनता के बारे में नहीं सोचा. जिन्होंने यहां के लोगों की भावनाओं के साथ खेला. जिनके मर्म को जिनके जज्बातों के साथ 20 साल तक उन्होंने ठगा, ऐसे लोगों को इस चुनाव में हम मरवाही से बाहर करेंगे.

उन्होंने ऋचा जोगी की जाति को लेकर भी हमला किया है. अर्चना का कहना है कि आदिवासी बनकर जो मरवाही की जनता, किसान और भोले भाले आदिवासी को ठग रहे हैं, उसका जवाब देने का समय आ गया है. इस बार मरवाही के उपचुनाव में अपने क्षेत्र से नेता को नहीं, बेटे को चुनेंगे और कांग्रेस की सरकार को भारी बहुमत से मरवाही को विजय बनाएंगे.