अमृतांशी जोशी, भोपाल। गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है। बीजेपी ने यहां 182 सीटों में से 150 के आंकड़े को पार कर लिया है। राज्य में लगातार सातवीं बार बीजेपी सरकार बनाने जा रही है। गुजरात के आदिवासी बहुमूल्य इलाकों में बीजेपी को रिकॉर्ड जीत मिली है। 27 सीटों में से बीजेपी ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं एक पर कांग्रेस और एक सीट पर आम आदमी पार्टी के विधायक की जीत हुई है। इससे साफ है कि गुजरात के आदिवासियों ने बीजेपी को पूरा साथ दिया है। इसका असर अलगे साल मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी पड़ेगा।
दरअसल, जिन 25 आदिवासी सीटों पर बीजेपी को जीत हासिल हुई है, इनमें से 17 सीट मध्य प्रदेश से सटी हुई हैं। एमपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में इसका सीधा असर पड़ेगा। बनासकांठा और दाहोद में ज़्यादातर सीट्स बीजेपी के कब्जे में आई हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश के कई आदिवासी इलाके गुजरात के आदिवासी इलाकों से जुड़े हुए हैं। गुजरात के दाहोद, छोटा उदयपुर, गोधरा जैसे आदिवासी जिले एमपी से जुड़े हुए हैं। दोनों तरफ आदिवासी जातीय भील-भीलाला बड़ी संख्या में रहते हैं। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में एमपी के आदिवासियों का रुख इस चुनाव में सामने आया है। गुजरात के चुनाव एमपी के आदिवासियों का रुख दिखा रहे हैं।
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गुजरात की ST सीट्स के रिजल्ट
डांटा – BJP
खेदभृह्म- CONG
भीलोदा – BJP
मोरवा हदफ़ -– BJP
संतरामपुर -– BJP
फतेहपुर -– BJP
झालोद -– BJP
लिमखेड़ा -– BJP
दाहोद -– BJP
गरबाडा-– BJP
जेतपुर -– BJP
सनखेड़ा -– BJP
नांदोड़ -– BJP
देदिआपड़ा – AAP
झगड़िआ -– BJP
मंगरोल -– BJP
मांडवी -– BJP
महुवा- BJP
व्यारा –– BJP
निज़ार -– BJP
गांडेयवि-– BJP
डंग्स -– BJP
धरमपुर -– BJP
कापरड़ा -– BJP
उम्बरगांव-– BJP
ये है मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव का गणित
- मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीट है।
- दलित और आदिवासी सीट- 82
- अनुसूचित जाति- 47 (आदिवासी वर्ग)
- अनुसूचित जनजाति- 35
2018 के विधानसभा चुनाव के परिणाम
2018 के विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति की 47 सीटों में से बीजेपी को केवल 16 सीट मिली थी, बाकि की 30 सीट कांग्रेस की झोली में गई थी। मतबल साफ है कि 2018 के चुनाव में कांग्रेस के जीतने की सबसे बड़ी वजह आदिवासी समाज ही थी। 2018 में कांग्रेस को आदिवासी समाज का फुल सपोर्ट मिला था। आदिवासियों ने कांग्रेस पर भरोसा जताया था।
आदिवासियों को साधने में जुटी बीजेपी
2023 के चुनाव के पहले आदिवासियों को खुश रखने के लिए बीजेपी हरसंभव कोशिश कर रही है। बीजेपी सरकार ने आदिवासी समाज को साधने के लिए आदिवासी गौरव यात्रा, पेसा कानून से लेकर कई दांव खेले हैं। आदिवासियों के जिलों में बड़े से बड़े नेताओं के नियमित दौरे भी जारी हैं। सरकार ने आदिवासियों के लिए टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना भी शुरू की है।
हमारी तैयारियां शुरू- सीएम
गुजरात चुनाव के परिणाम को लेकर CM शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आय़ा है। सीएम शिवराज ने कहा, ये केवल महाविजय नहीं, माननीय नरेंद्र मोदी जी के प्रति जनता का विश्वास है। श्रद्धा और स्नेह का प्रकटीकरण हुआ है, वे जन-जन के मन में बसे हैं। गुजरात में जो विजय हुई है। उसने सिद्ध किया है कि वास्तव में वे कल्पवृक्ष हैं। जनता उनके प्रति असीम श्रद्धा रखती है। जो विकास का मॉडल उन्होंने गुजरात मॉडल के रूप में दिया वो अब देश-दुनिया के कई राज्यों को रास्ता दिखा रहा है। अब हमने मध्य प्रदेश में भी पूरी तैयारियां शुरू कर दी है।
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