भुवनेश्वर। देश के पूर्वोत्तर राज्य ओडिशा में दो दशक पहले बीजू जनता दल की सहयोगी रही भारतीय जनता पार्टी अबकी बार खुद के दम पर सरकार बनाने जा रही है. राज्य में पहली बार बनने जा रही भाजपा की सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है.

इससे पहले हम जाने भाजपा के संभावित मुख्यमंत्री चेहरों की बात करें, यह बताना लाजमी है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में 10 से ज्यादा सभाएं-रैलियां की थीं. उन्होंने अपनी तकरीबन हर रैली में इस बात को दोहराया कि इस बार 4 जून को नवीन बाबू रिटायर होंगे और 10 जून को भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा.

दावा मोदी ने किया, लेकिन ओडिशा की जनता ने उसे सच साबित करते हुए इतना बहुमत दे दिया कि वह अपने दम पर सरकार बनाए. लेकिन भाजपा की इस जीत में एक और मजेदार और आश्चर्यजनक तथ्य शामिल है, जिसकी चर्चा करना यहां जरूरी है. 2019 की तुलना में इस बार के चुनाव में भाजपा और बीजद – दोनों ही पार्टियों को समान वोट मिले हैं! लेकिन सीटों में जमीन-आसमान का अंतर है.

भाजपा ने पिछले बार की तरह इस बार भी 39.99 प्रतिशत वोट हासिल किया है, लेकिन इस वोट शेयर के साथ वह 78 सीटें जीतने में कामयाब रही. वहीं दूसरी ओर बीजद ने 2019 की तरह 40.20 प्रतिशत वोट हासिल किया, लेकिन महज 51 सीटें ही जीत पाई. बिना वोट प्रतिशत में बदलाव के बीजद ने 61 सीटें गंवा दी, जबकि भाजपा 55 सीटें ज्यादा हासिल कर ली.

धर्मेंद्र प्रधान

अब बात करते हैं कि ओडिशा का पहला भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा. इस दौड़ में सबसे आगे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सबसे आगे नजर आ रहे हैं. भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान लोकसभा चुनाव में संबलपुर सीट से एक लाख 38 हजार मतों के अंतर से बीजद के प्रत्याशी को पराजित किया है.

मनमोहन सामल

साल 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने ओडिशा के प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया. वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मनमोहन सामल को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्‍त किया गया. सामल ने समीर मोहंती की जगह ली है. सामल भी मुख्‍यमंत्री पद की रेस में सशक्‍त दावेदार के रूप में उभरे हैं. 

संबित पात्रा

भाजपा के मुखर राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नजर आते हैं. संबित पात्रा लगातार दूसरी बार पुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए 6,29,330 मत हासिल किए और बीजद के अपने प्रतिद्वंदी को 1,04,709 मतों के अंतर से पराजित किया.

 जय नारायण मिश्रा

मुख्यमंत्री की रेस में एक नाम जय नारायण मिश्रा का भी है. जय नारायण मिश्रा संबलपुर विधानसभा क्षेत्र से ओडिशा विधानसभा के सदस्य हैं. वह 20 जुलाई 2022 से ओडिशा विधानसभा के विपक्ष के नेता के रूप में कार्यरत हैं. विपक्ष नेता के रूप में उन्‍होंने अपनी नई पहचान बनाई है.

ओडिशा: कुल सीट 147 बहुमत (74)

पार्टीसीट (+/-2019)वोट % (+/-2019)
भाजपा78(+55)39.99 (+00)
बीजू जनता दल51 (-61)40.20 (+00)
कांग्रेस14 (+5)13.38 (+00)
सीपीआई (एम)1 (+/-0)0.39 (+00)
अन्य3 (+2)3.90 (+00)