दिल्ली। देश में जारी कई संकट के बीच अब पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भाजपा के सामने नया संकट खड़ा हो गया है। यहां भाजपा गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई है। Also Read सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद ये एक्ट्रेस क्यों बोली, A part of my heart has gone with you..
मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार खतरे में आ गई है। भाजपा के तीन विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसके साथ सहयोगी पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी के चार विधायकों ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है और एक टीएमसी विधायक व एक निर्दलीय विधायक ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। जिसके बाद भाजपा सरकार का गिरना तय हो गया है।
मणिपुर की राजधानी इंफाल में भाजपा छोड़कर एस. सुभाषचंद्र सिंह, टी.टी. हाओकिप और सैमुअल जेंदाई कांग्रेस में शामिल हो गए। दूसरी तरफ सहयोगी एनपीपी की तरफ से डिप्टी सीएम वाई जयकुमार सिंह, मंत्री एन कायिसी, मंत्री एल जयंत कुमार सिंह और लेतपाओ हाओकिप ने पद से इस्तीफा दिया है। तृणमूल कांग्रेस के टी रोबिंद्रो सिंह और स्वतंत्र विधायक शाहबुद्दीन ने भी बीजेपी से समर्थन वापस ले लिया है। इस सियासी संकट के बीच सीएम बिरेन सिंह की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है।