विक्रम मिश्र, लखनऊ. समाजवादी पार्टी सरकार के समय अपनी पकड़ और प्रभावशाली पोस्टिंग्स के लिए मशहूर सेवानिवृत्त IPS अधिकारी जी.के. गोस्वामी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. सूत्रों के मुताबिक, अब भाजपा सरकार में उन्हें फॉरेंसिक इंस्टिट्यूट का डायरेक्टर बनाने की कवायद तेजी से चल रही है.
जानकारी के मुताबिक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के कार्यकाल में गोस्वामी सपा सरकार के चहेते अफसरों में गिने जाते थे. उन्हें हमेशा कमाऊ और महत्वपूर्ण जिलों, जैसे लखनऊ और इटावा में एसएसपी जैसे पदों पर तैनाती दी गई थी.
साल 2003 में सपा सरकार के दौरान जी.के. गोस्वामी के खिलाफ एक जनहित याचिका (PIL) दाखिल हुई थी, जब उन्हें गैलेंट्री अवॉर्ड देने की प्रक्रिया चल रही थी. याचिकाकर्ता ने उन पर फर्जी मेडिकल इंजरी दिखाने के आरोप लगाए थे. उस समय यह मामला मीडिया और विभागीय हलकों में बड़ा विवाद बना था.
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अब भाजपा में पैठ, फिर से जिम्मेदारी की तैयारी
रिटायरमेंट के बाद जी.के. भाजपा के संपर्क में आए. अब चर्चा है कि उन्हें फॉरेंसिक इंस्टिट्यूट का डायरेक्टर बनाकर दोबारा महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है. दिलचस्प बात ये है कि उनके कई करीबी आज भी समाजवादी पार्टी में उच्च पदों पर हैं, जिससे उनके राजनीतिक समीकरणों पर और भी सवाल उठने लगे हैं.
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