भोपाल. कभी मध्यप्रदेश सरकार के चहेते रहे कंप्यूटर बाबा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। मंगलवार को जबलपुर में कंप्यूटर बाबा के नेतृत्व में आयोजित नर्मदे संसद में कई साधु संत जुटे। इससे पहले भी वह शिवराज सरकार को कई बार निशाने पर ले चुके हैं।
नर्मदे संसद में साधु संतों को संबोधित करते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा कि धर्मविरोधी, संतविरोधी शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकें। कंप्यूटर बाबा के नेतृत्व में यहां एकत्र समस्त साधु समाज ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की। नर्मदे संसद में श्रीकल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम्. भी पहुंचे। कंप्यूटर बाबा ने राज्य सरकार पर धर्म और संत समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राज्यमंत्री का दर्जा छोड़ दिया था। उन्होंने सरकार की ओर से गो मंत्रालय बनाए जाने की घोषणा पर भी सवाल उठाए थे। इसके अलावा सरकार से अलग नर्मदा मंत्रालय बनाने की मांग की थी।
छत्तीसगढ़ में घूम-घूमकर कांग्रेस के लिए प्रचार करने वाले नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अब मध्यप्रदेश में कूद चुके हैं। मोदी के हमशक्ल का नाम अभिनंदन पाठक है जो सहारनपुर के रहने वाले हैं। अभिनंदन ने 21 नवंबर को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर और संगठन प्रभारी (प्रशासन) राजीव सिंह से मुलाकात की। वो सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से भी मुलाकात कर चुके हैं।
हालांकि, औपचारिक तौर पर वो कांग्रेस के प्रचारक नहीं हैं। पहले छत्तीसगढ़ में उन्होंने सौ से ज्यादा जनसंपर्क अभियान किए और अब मध्यप्रदेश में भी यही करने की मंशा रखते हैं।
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तो उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी। राहुल गांधी उस वक्त राजनांदगांव दौरे पर थे। वह जिस होटल में ठहरे हुए थे, उसी होटल के बाहर अभिनंदन उनसे मिलने पहुंचे। राहुल गांधी इसी दौरान अपनी कार से कहीं जा रहे थे। वह कार से उतरकर अभिनंदन से मिले। दोनों के बीच अभिवादन का दौर चला और राहुल प्रचार के लिए निकल गए। कभी खुद को मोदी का छोटा भाई बताने वाले अभिनंदन अब भाजपा से खासे खफा हैं। कुछ महीने पहले ही उन्होंने कहा था, “पार्टी के भीतर अहंकार आ गया है। लोग मुझसे पूछते हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे। लोगों ने मेरे कपड़े फाड़ दिए, मुझे पीट दिया।” पाठक ने कहा था कि 2014 में करीब डेढ़ महीने तक उन्होंने भाजपा और नरेंद्र मोदी के लिए वाराणसी में रुककर प्रचार किया था।