दिल्ली. भाजपा ने अपने पहले और दूसरे दौर के उम्मीदवारों को कहा है कि वे चुनाव में यह ध्यान रखें कि कितना बोलना है और क्या बोलना है। उम्मीदवारों को कहा गया है कि वे ऐसा कुछ भी न बोले जिसका नकारात्मक असर चुनाव पर हो।

सूत्रों के मुताबिक उम्मीदवारों को कहा गया है कि वे केवल चिन्हित मुददों मैं भी चौकीदार, स्वच्छता अभियान,  रिकार्ड शौचालय बनाए जाने का मसला, किसानों के लिए शुरू की गई योजनाएं ही शामिल हो। इसके साथ ही सबसे बड़ा मसला सर्जिकल स्ट्राइक का है, जिसे हर उम्मीदवार को अपने क्षेत्र में उठाना है और इसके साथ ही लोगों से नारे भी लगवाने हैं।

सूत्रों के मुताबिक भाजपा उम्मीदवारों को यह भी कहा गया है कि वे किसी भी हालत में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नाम पर कोई भी व्यक्तिगत छींटाकशी न करे। खासकर उनके व्यक्तिगत बिंदुओं को लेकर कोई भी नकारात्मक टिप्पणी न करे। इससे यह नकारात्मक संकेत जाएगा कि भाजपा एक महिला पर, खासकर उस महिला पर, अनुचित टिप्पणी कर रही है जिसने फिलहाल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कोई भी बयान नहीं दिया है।

एक पदाधिकारी ने कहा कि जल्द ही सभी उम्मीदवारों को पार्टी की ओर से वह परंपरागत ब्रीफिंग या समझाइश भी दी जाएगी जो आम तौर पर चुनाव से पहले हर उम्मीदवार को दी जाती है। इसमें चुनावी दिनचर्या, मीडिया से बातचीत के साथ ही चिन्हित मुददों पर केंद्रीत बयान देने के बिंदु शामिल होते हैं।