सत्यपाल सिंह,रायपुर। बीजेपी किसान मोर्चा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से धान खरीदी की अवधि 10 से 15 दिन तक बढ़ाए जाने की मांग की है. किसान मोर्चा ने कहा कि बार-बार खरीदी नियम में बदलाव और मौसम की खराबी के चलते धान खरीदी बाधित हुई है. इसी मांग को लेकर राज्यपाल अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम रायपुर कलेक्टर एस भराती दासन को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही किसान मोर्चा ने सरकार द्वारा जारी किए गए धान खरीदी के आकड़े पर सवाल उठाए है.

भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजय साहू ने बताया कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम रायपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं. क्योंकि राज्य सरकारों द्वारा धान ख़रीदी के लिए अंतिम तिथि 15 फ़रवरी निर्धारित की गई है. 15 फरवरी तक धान बेच पाना किसानों के लिए संभव नहीं है. इस वर्ष धान खरीदी के लिए बनाए गए नियमों में बार-बार परिवर्तन, समय-समय में बारदानों की अनुपलब्धता, उचित परिवहन का आभाव एवं बेमौसम बारिश चलते धान ख़रीदी बहुत प्रभावित हुआ है. प्रदेश के 4 लाख से अधिक पंजीकृत किसान अभी तक धान नहीं बेच पाए हैं. अनुमान के अनुसार अभी किसानों के पास 25 लाख टन धान किसान और बेचेंगे. इसलिए धान खरीदी की अवधि 10-15 दिन बढ़ाया जाए, जिससे किसानों की राहत मिलेगी.

इस साल ज्यादा हुआ है धान का पंजीयन, अब तक 71 लाख 12 हजार मीट्रिक टन हो चुका है धान खरीदी 

उन्होंने धान खरीदी को लेकर जारी आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ़ आंकड़ों का जादूगरी है, क्योंकि किसानों का रकबा कम कर दिया गया है, तो किसान अपने पूरे धान नहीं बेच पा रही है. सरकार का दावा था कि किसानों से एक-एक दाना धान ख़रीदेंगे, लेकिन धान ख़रीदी से बचने के लिए सरकार ने किसानों का उपजाऊ रक़बा को बंजर बताकर कम करने का काम किया है. ये सरकार की नाकामी है कि धान ख़रीदी केंद्रों में धान भीग गया है. कुछ दिनों में सडने लगेगा. धान ख़रीदी केंद्रों से धान का उठाव नहीं हो रहा है. बेमौसम बारिश के कारण धान खरीदी रोका गया है.