चंद्रकांत/बक्सर: पूर्व आईआरएस अधिकारी सह भाजपा नेता बिनोद चौबे ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिहार के अतीत और वर्तमान की तुलना करते हुए लालू यादव के शासनकाल को ‘जंगलराज’ बताया है. उन्होंने कहा कि उस दौर में अपराध, अपहरण, हत्या, लूट, बलात्कार और भ्रष्टाचार चरम पर था. सरकारी नौकरियों में भाई-भतीजावाद था और गुंडे सरकारी तंत्र का हिस्सा बन चुके थे.

‘पढ़ाई-लिखाई पूरी तरह ठप थी’

उन्होंने बताया कि गांवों में डकैती इतनी आम बात थी कि कपड़े सुखाने की रस्सी तक चुरा ली जाती थी. पढ़ाई-लिखाई पूरी तरह ठप थी. परीक्षाएं समय पर नहीं होती थीं और युवाओं का पलायन मजबूरी बन गया था. उस समय की कांग्रेस सरकार मूकदर्शक बनी रही और पुलिस-प्रशासन तक अपराधों में शामिल थे.

‘अपराध पर लगाम लगी’

बिनोद चौबे ने कहा कि एनडीए सरकार के आने के बाद बिहार में कानून का राज कायम हुआ. अपराध पर लगाम लगी. रात का सफर सुरक्षित हुआ और विकास की रफ्तार तेज हुई. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उस समय कुछ अपराधियों पर मुकदमा नहीं चल पाया, जो एक बड़ी चूक रही.ॉ

‘फिर अंधेरे की ओर नहीं लौटने देना है’

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हाल ही में नई दिल्ली के जेएनयू में आयोजित ‘बिहार में जंगलराज’ विषयक सम्मेलन में वे अतिथि वक्ता के रूप में शामिल हुए थे. उन्होंने वहां कहा कि अब बिहार को फिर अंधेरे की ओर नहीं लौटने देना है. उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हमें सिर्फ उम्मीद नहीं, पूरा विश्वास है कि अब नया बिहार बनेगा.

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