रायपुर। भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने राज्य सरकार पूरी तरह असफल व फेल साबित हो रही है. 4 माह के लम्बे समय मिलने के बाद भी सरकार ने समुचित टेस्ट, बिस्तर व ईलाज की व्यवस्था नहीं की. कोरोना के पाॅजेटिव मरीजों को 24-24 घण्टे बाद भी हाॅस्पिटल शिफ्ट करने गिड़गिड़ाना पड़ रहा है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने कोरोना को हल्के में ले लिया है, प्रदेश के 13 प्लेयर ही कोरोना की लड़ाई लड़ उसे प्रदेश से भगा रहे थे, और यही लापरवाही जनता पर भारी पड़ गई. ये 13 प्लेयर कोरोना से लड़ने के बजाय आपस में लड़ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते भीषण महामारी में अब ये 13 प्लेयर पता नहीं कहां छुप गए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने व इनके प्रभाव को समाप्त करने प्रदेश सरकार के पास पर्याप्त समय था. मार्च से लेकर जुलाई पूरे 4 माह में सारी तैयारियां की जा सकती थी, प्रदेश में सभी जिलो में पर्याप्त टेस्ट की व्यवस्था, बिस्तर की व्यवस्था व अस्पतालों का अपग्रेडेशन किया जा सकता था किंतु छत्तीसगढ़ की सरकार ने न तो पर्याप्त टेस्ट की व्यवस्था की और न ही राजधानी में पर्याप्त बेड ही की व्यवस्था की.

पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, जिसके चलते प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कुंठित व नाराज है, व विभाग की ओर उतनी तत्परता से ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, जिसका परिणाम प्रदेश की जनता के सामने है. उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना के रोकथाम में लगने के बजाय संसदीय सचिव, निगम, आयोग, मंडल के गठन पर उलझी हुई है, व पूरे प्रशासन को इन्हीं लोगों के पीछे झोंक रखा है. राज्य सरकार ने पिछले 4 माह में महामारी के रोकथाम के लिए क्या किया है यह जनता जानना चाहती है.