पकंज सिंह भदौरिया,दन्तेवाड़ा. जिले के पालनार में 28 अक्टूबर की रात जिला पंचायत सदस्य नन्दलाल मुड़ामी पर प्राणघातक नक्सली हमला हुआ. जिस हमले में वे बाल-बाल बच गये. इस हमले के बाद से ही क्षेत्र में हवा बनी हुई है कि नन्दलाल जैसे आदिवासियों की मदद करने वाले जनप्रतिनिधी की आखिर नक्सलियों से क्या दुश्मनी हो सकती है और साथ ही दरभा डिवीजन का काले रंग का घटना से बरामद पर्चे से भी कई सवाल खड़े हो गए है. इसी के चलते दस पंचायतों के हजारों ग्रामीण इस घटना के विरोध में पालनार पर आदिवासी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी के साथ मुखर विरोध करते नजर आये.

भाजपा नेता पर हुए हमले के विरोध में शुक्रवार को पालनार साप्ताहिक बाजार बंद रहेगा. साथ ही आदिवासी नेताओं की सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी के साथ सामाजिक स्तर पर बैठक कर एक जांच कमेटी हमले की सत्यता जांचने के लिए बनाई जाएगी. जांच कमेटी जंगलों में घूमकर नक्सलियों के बड़े लीडरों से मिलकर हमले की वजह पता लगाएगी. साथ ही राजनीतिक हमला तो नहीं इस बात का भी पता लगाएगी.

इस बैठक में नंदाराम सोढ़ी, विमला कुंजाम, सुखदेव बेट्टी, लक्ष्मी जनपद सदस्य, संजय पंत,सरपंच नीलावाया गोरेलाल, उदय सिन्हा जैसे तमाम बड़े चेहरे मौजूद थे. सभी ने मुड़ामी पर हुए हमले का विरोध किया और घटना के कारणों की पतासाजी लगाने की बात की. परिजन भी माओवादी घटना से इसलिए इंकार करते नजर आये की नक्सलियों ने कभी मुड़ामी को टारगेट में लिया ही नहीं. अचानक हमला कैसे हो सकता है.

सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने कहा दो वर्षो से लगातार जनप्रतिनिधियों की हत्या का खेल बादस्तूर क्षेत्र में जारी है, मगर नक्सली हमेशा चेतावनी देकर ही हमला करते है. इसलिए यह घटना कईं षड्यंत्रों को जन्म देते जैसी लगती है. मौके पर मौजूद लक्ष्मी जनपद सदस्य ने नन्दलाल को आदिवासी इलाकों में गरीबों के लिए मददगार नेता बताता तो नंदाराम सोढ़ी ने भी कहा मामले में कुछ तो गड़बड़ी है. क्योंकि नन्दलाल मुड़ामी उभरता हुआ आदिवासी समुदाय का एक अच्छा जनप्रतिनिधि है. इसलिए अब इस घटना का पता लगाया जाएगा. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

मुड़ामी के भाई दीपक मुड़ामी ने कहा भईय्या किसी सड़क निर्माण को नहीं करवा रहे थे, जो भी मदद के लिए आया उन्होंने हर किसी की हमेशा मदद की. नक्सलियों ने भी कभी उन्हें चेतावनी नहीं दी. अचानक हमला समझ के परे है. घटना में जो भी हो उसका चेहरा उजागर होना चाहिए.