नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार के बाद पार्टी के अंदर भी नेतृत्व के खिलाफ आवाज़ उठने लगी है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने इशारों-इशारों में योगी आदित्यनाथ पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि अपनी सीट तक न जीत पाने वाले लोगों को बड़े पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है. पार्टी के आज़मगढ़ से सांसद रमाकांत यादव ने योगी पर दलितों और पिछड़ो की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि अगर पार्टी नहीं चेती 2019 में इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा.

इस मामले में बागी हो चले पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने तेजस्वी, अखिलेश और माया को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करके कहा  सर, यूपी-बिहार के उपचुनाव के नतीजों ने आपको और हमारे लोगों को यह संकेत दिया होगा कि सीटबेल्ट बांधनी होगी. आगे कठिन समय है! उम्मीद है कि भविष्य में हम इस संकट से निपट सकेंगे. जितनी जल्दी हम इस समस्या को हल कर सकेंगे बेहतर होगा. ये नतीजे राजनीतिक भविष्य के बारे में भी बताते हैं, इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.

एक और ट्वीट में सिन्हा ने कहा, ‘मैं लगातार कहता रहा हूं कि अहंकार, गुस्सा और अतिआत्मविश्वास लोकतांत्रिक राजनीति में सबसे बड़े दुश्मन हैं. यह बात ट्रंप, मित्रों और विपक्षी नेताओं समेत सब पर लागू है.’

रमाकांत यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर अटैक करते हुए कहा कि ‘प्रदेश में सीएम बना तो लगा कि अब सबकी चिंता की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ’. पूर्वांचल में यादव वोटरों पर मजबूत पकड़ रखने वाले रमाकांत ने कहा, ‘पिछड़ों और दलितों को हक न दिए जाने के चलते ऐसा हुआ है. विशेष जाति को लेकर सरकार का कड़ा रुख दिखा. पिछड़े और दलितों के साथ जो किया जा रहा है, उसका परिणाम 2019 में दिखाई देगा. यदि सभी को लेकर चलेंगे तो इसकी भरपाई की जा सकेगी.’

यही नहीं रमाकांत ने बीजेपी पर आरक्षण से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कहा, ‘पिछड़ों-दलितों के आरक्षण से छेड़छाड़ का प्रयास किया गया. उनके अधिकारों से छेड़छाड़ का प्रयास किया गया.’

उधर फायरब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी एक बार फिर अपनी पार्टी पर बैक फायर हो गए.  एक टीवी चैनल से बातचीत में स्वामी ने कहा कि जो नेता अपनी सीट पर जीत नहीं दिला सकते, ऐसे नेताओं को बड़े पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है. जनता में जो लोकप्रिय हैं, वो किसी पद पर नहीं है. मैं समझता हूं कि इन सब चीजों को ठीक करने के लिए अब भी समय है.’