रोहित चंदेल, बालोद। जिले के गुरुर नगर पंचायत में भाजपा को तगड़ा झटका है. बहुमत होने के बाद भी भाजपा न तो अपना अध्यक्ष बना पाई और न ही उपाध्यक्ष. बहुमत से दूर रहने के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों ने भाजपा सदस्यों की मदद से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद हासिल कर लिया.
चुनाव में भाजपा के 8 तो कांग्रेस के 7 पार्षद आए थे. लेकिन जब अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी टिकेश्वर साहू को 8 वोट मिले. कांग्रेस के ही उपाध्यक्ष उम्मीदवार प्रमोद सोनवानी को भी 8 वोट मिले. महज एक वोट से भाजपा का गणित बिगड़ गया और कांग्रेस के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुन लिए गए.
अर्जुन्दा नगर पंचायत पर भी कांग्रेस का कब्जा
बालोद जिले के अर्जुन्दा नगर पंचायत पर कांग्रेस का कब्जा हो गया. कांग्रेस के चंद्रहास देवांगन 9 वोट के साथ अध्यक्ष बने, वहीं कांग्रेस ही ही सुषमा चंद्राकर 11 मतों के साथ उपाध्यक्ष बनीं. अर्जुन्दा कांग्रेस के 8 सदस्य, बीजेपी के 4 और 3 सदस्य निर्दलीय हैं.
डौंडीलोहारा में हुआ बड़ा उलटफेर
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के गृह नगर जहाँ बड़ा उलटफेर हुआ. यहां पर निर्दलीयों की संख्या 7, भाजपा के 5 और कांग्रेस के 3 पार्षद थे, लेकिन यहां कांग्रेस अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने में सफल रही. अध्यक्ष पद पर लोकेश्वरी गोपी साहू और उपाध्यक्ष पद पर विद्या शर्मा काबिज हुईं.
इसके अलावा बालोद जिले के 6 नगर पंचायत में से गुरुर और अर्जुन्दा में कांग्रेस के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बने. वहीं डौंडीलोहारा में कांग्रेस के अध्यक्ष बने वहीं निर्दलीय उपाध्यक्ष बन गया है. चिखलाकसा, डौंडी में बने भाजपा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष और गुंडरदेही में भाजपा के अध्यक्ष और कांग्रेस से उपाध्यक्ष बने हैं.