नई दिल्ली. दिल्ली प्रदेश भाजपा ने दिल्ली सरकार के बाढ़ व सिंचाई नियंत्रण विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इसके हक में भाजपा ने चार केस स्टडी भी सामने रखी है.

इसके जरिए आरोप लगाया कि इनकी टेंडर प्रक्रिया में तो हेराफेरी की ही गई, दिल्ली सरकार के संबंधित विभागीय मंत्री के दबाव में काम के बिना ही पैसे का भुगतान भी करवाया गया. भाजपा ने जांच की मांग की है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सिलसिलेवार

ढंग ने इस मामले में मीडिया से बात की. सचदेवा के मुताबिक, चार मामले मीडिया के सामने है. इसमें खेड़ा कला आरसीसी ड्रेन और सड़क की टेंडर राशि 3,28,79,244 की जगह 1,58,21,492 में एक कंपनी को टेंडर दिया गया. इसका काम फरवरी 2024 में पूरा होना था, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है. जबकि रनिंग बिल के नाम पर भुगतान कर दिया गया है. इसी तरह जी20 के दौरान भी नाले की मरम्मत और पेंटिंग वर्क के काम के ठेके दिए. नरेला के टिकरी और सीरसपुर की एक कॉलोनी के कामों में भी हेरफेर हुई है.

आरोपों को हास्यास्पद बताया दिल्ली सरकार के बाढ़ एवं सिंचाई विभाग पर लगाए गए भाजपा के आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हैरानी की बात है कि भाजपा नेताओं को यह भी नहीं पता कि दिल्ली की पूरी अफसरशाही को उपराज्यपाल चला रहे हैं बतौर मंत्री जिस दिन से बाढ़ एवं सिंचाई विभाग का प्रभार उनको सौंपा गया है, तब से लेकर अभी तक विभाग से जुड़ी तमाम फाइलों की सैद्धांतिक व प्रशासनिक मंजूरी के लिए उनके पास नहीं भेजा जाता.