रायपुर-  सत्ता में चौथी पारी खेलने के बुलंद इरादे को पूरा करने बीजेपी कितनी बैचेन हैं, इसकी बानगी देखिए कि चुनाव में भले ही डेढ़ साल का लंबा वक्त बाकी है, लेकिन पार्टी की चुनावी कसरत शुरू हो गई है। पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ रही। ऐन वक्त पर कोई मुसीबत ना आ जाए, लिहाजा कदम फूंक-फूंक कर रखा जा रहा है। हर उन बारिकियों की गहन पड़ताल की जा रही है, जो जीत के सफर में बड़ा रोड़ा अटका सकता हैं। सूबे के मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय के बंगले में आज हुई बीजेपी की तीन बड़ी समितियों की बैठक का एजेंडा चुनावी रणनीति के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा। इन बैठकों के दौरान उन तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई, जो पार्टी को चुनावी नजरिए से मजबूती दे सकते हैं।
इन समितियों की हुई बैठक
सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय के सिविल लाइंस स्थित बंगले में नीति विषयक समिति, सुशासन समिति और चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हुई। एक के बाद एक हुई बैठक में सरकार के मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, केदार कश्यप, पूर्व संगठन मंत्री रामप्रताप सिंह, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील सोनी मौजूद रहे।
दूसरे राज्यों की बेहतर योजना छत्तीसगढ़ में होगी लागू
बताया जा रहा है कि सुशासन समिति की बैठक में तय किया गया है कि बीजेपी शासित राज्यों में चल रही बेहतर योजनाओं की बारीकी से समीक्षा की जाएगी,  ताकि जनहित की योजनाओं को प्रदेश में लागू कर बड़ा जनाधार खड़े किया जा सके। रमन सरकार की कोशिश है कि बेहतर योजनाओं के जरिए जनता के बीच संगठन और सरकार की छवि दुरूस्त की जा सके।
हाईटैक प्रचार पर होगा जोर
चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में तय किया गया है कि बीजेपी आगामी चुनाव में हाईटैक प्रचार पर जोर देगी। सोशल मीडिया और इंटरनेट के जरिए पार्टी की ब्रैडिंग की जाएगी। हाईटैक तरीके से पार्टी के पक्ष में एग्रेसिव प्रमोशन किया जाएगा। समिति की बैठक में इस दिशा में भी प्रारंभिक चर्चा की गई।
बताया जा रहा है कि बैठक में राजनीतिक आंदोलनों में कार्यकर्ताओं के विरूद्ध दर्ज होने प्रकरणों को लेकर भी चिंता जाहिर की गई। कहा गया कि ऐसे राजनीतिक प्रकरणों में छोटे-मोटे अ
बैठक के बाद मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पांडेय ने बताया कि चुनाव एक बड़ा टास्क है। लिहाजा समितियों की इन बैठकों के जरिए इस दिशा में चर्चा की जा रही है कि चुनावी नजरिए से क्या बेहतर हो सकता है। चुनावी संरचना का प्रारूप कैसे बनाया जाए? पार्टी के सामने किस तरह की कमजोरियां हैं और उन कमजोरियों को दूर करने का क्या समाधान हो सकता है?