रायपुर। पुराने नेताओं की घर वापसी के लिए कांग्रेस की समिति पर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहे जो उपाय कर ले, उनकी नियति तय है. जनता ने एक साल पहले तय कर दी थी उनकी नियति. जितने भी खोटे सिक्के हैं ले आए. यह भी पढ़ें : बड़ी राहत : अब रजिस्ट्री में भूमि पर वृक्ष का नहीं होगा मूल्यांकन, साय सरकार ने जारी किया नया आदेश…
वहीं धान खरीदी को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने सभी पक्षों को बैठकर बातचीत करना चाहिए, इसका हल निकालना चाहिए. जितनी देरी हो रही है, इससे सबसे ज्यादा प्रभावित किसान हो रहे हैं. धोखे से धान लिफ्टिंग सोसाइटी में बंद हो गया. खरीदी बंद हो जाएगी. किसी भी सूरत में सोसाइटी में धान खरीदी बंद नहीं होनी चाहिए. किसानों की धान खरीदी नियंत्रित चलनी चाहिए.
वहीं सदन में धान खरीदी पर विपक्ष द्वारा लाए गए स्थगन पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसान परेशान हो रहा हैं, सोसायटियों में लिमिट से खरीदी हो रही है. बफर स्टॉक से धान सोसाइटी में रह गया है, धान खरीदी अधिकांश जगहों में बंद हो रही है. धान खरीदी केंद्रों में नोटिस चस्पा कर दिया गया है, बहुत से जिलों में कुछ दिनों में धान खरीदी ठप हो जाएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राइस मिलर मुख्यमंत्री के पास गए थे, 80 रुपए में समझौता हुआ है. सरकार को पता ही नहीं है कि एक हाथ क्या कर रहा है. ED की कार्रवाई चलती रहेगी, विभाग क्या उससे बंद हो जाएगा. सरकार धान खरीदी करना नहीं चाहती है. सरकार धान खरीदी को प्रभावित कर रही है. शराब मामले में ED जांच कर रही है, तब दुकान क्यों नहीं बंद करते.
भूपेश बघेल ने कहा कि 160 लाख मीट्रिक टन की धान खरीदी करनी है, तब पहले सरकार को व्यवस्था करनी चाहिए. सरकार केवल फीता काटने और फूलमाला पहनने के लिए है.
वहीं खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने विपक्ष के ध्यानाकर्षण पर कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने बारदानों के वजन पर ध्यानाकर्षण लगाया. अधिकारियों की टीम ने बारदाने की जांच की है. जिला स्तर पर जांच के आदेश थे, लेकिन जांच में कुछ नहीं मिला. नमी के कारण बारदानों का वजन बढ़ जाता है. नेता प्रतिपक्ष ने एक बोरा को तौला, पूरा गठान तौलना चाहिए था.
खाद्य मंत्री ने कहा कि केंद्र में धान की खरीदी चल रही है. धान खरीदी के बंद होने की कोई शिकायत नहीं आई है. धान का संग्रहण हो रहा है, धान खरीदी चल रही है. अब तक 50 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है. विपक्ष का काम आरोप लगाना है. वहीं राइस मिलर्स पर खाद्य विभाग की कार्रवाई पर कहा कि कार्रवाई एक सतत प्रक्रिया है, पहले भी कार्रवाइयां की गई है. बहुत से राइस मिलर्स धान उठाव कर रहे हैं.
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