रायपुर। भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या की जांच एनआईए को सौंपे जाने को लेकर कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख शैलेष नितिन ने इस पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को बिना सूचना दिए एनआईए जांच की घोषणा आचार संहिता के दौरान की गई ये चिंता का विषय है.

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा भीमा मंडावी के मामले में सरकार ने कहा था कि हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं और राज्य सरकार को बिना अवगत कराएं जिस तरीके से जांच की घोषणा की गई है, चुनाव की आदर्श आचार संहिता अभी लागू है यह चिंता का विषय है. हमने भी अपने नेताओं की एक पूरी पीढ़ी को माओवादी हमले में खोया है.

भीषण हत्याकांड में अपने परिजनों के दर्द को जानते हैं समझते हैं इसकी जांच की घोषणा की गई थी. उस मामले में एनआईए ने क्या किया था, आज तक मारे गए नेताओ के परिजनों से पूछताछ नहीं की और बार-बार जांच की फ़ाइल मांगने के बावजूद एनआईए ने छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ को नहीं दी. इससे वो क्या छुपाना चाहते हैं. बीजेपी सरकार ने इस पर क्या किया था. परिजनों ने मांग की थी कि हमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलाया जाए लेकिन मुलाकात नहीं कराया गया.

सीबीआई जांच की विधानसभा के पटल में घोषणा करने के बावजूद नहीं कराई गयी और सरकार के नोडल ऑफिसरों ने एनआईए की जांच में उस समय बाधा डालने की कोशिश की. एनआईए की जांच एक गंभीर मसला है लेकिन एनआईए की जांच की घोषणा में जिस तरीके से आदर्श आचार संहिता लागू होने और राज्य सरकार की अनुशंसा तक नहीं होने की मूलभूत जरूरतों को अनदेखी किया गया है वह चिंता का विषय है.