सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। सूरजपुर पुलिस की वजह से समय पर इलाज नहीं मिल पाने से हुई महिला की मौत के मामले की जांच करने गुरुवार को भाजपा विधायक दल वाड्रफ नगर पहुंचा. मृत महिला के परिजनों के साथ अधिकारियों का बयान लेने के बाद दल ने प्रदेश में अराजक स्थिति होने की बात कहते हुए सरकार को शासकीय कर्मचारी-अधिकारियों पर अंकुश लगा पाने में नाकाम बताया.

बता दें कि वाड्रफनगर विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम गैना निवासी बिहानी देवी को इलाज के लिए परिजन अंबिकापुर ले जा रहे थे, लेकिन जरूरी पास नहीं होने की वजह से सूरजपुर पुलिस ने चेकपोस्ट से आगे नहीं जाने दिया. इलाज के कागज दिखाए जाने के बाद भी पुलिसवालों का दिल नहीं पसीजा. आखिरकार वापस घर लौटते समय महिला की बीच रास्ते में मौत हो गई, यही नहीं जिस निजी चार पहिया वाहन में वे जा रहे थे, उसका चालक उन्हें बीच रास्ते में छोड़कर भाग गया.

इस घटना की जांच के लिए गुरुवार को भाजपा विधायक दल पहुंचा. इसमें डॉ कृष्णमूर्ति बांधी और नारायण चंदेल के साथ पूर्व सांसद कमलभान सिंग और पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा शामिल थे. दल ने वाड्रफनगर रेस्ट हाऊस के बन्द कमरे में पीड़ित पक्ष का बयान लिया, उसके बाद एसडीएम,  एसडीओपी और तहसीलदार से भी विधायक दल ने बात की और उनका भी पक्ष लिया.

बयान लेने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में चारों ओर अराजकता का माहौल है. सरकार शासकीय कर्मचारी-अधिकारियों पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लगा पा रही है. अवैध रेत परिवहन, खराब चावल की सप्लाई लगातार मीडिया ने उठाई है. इसके बावजूद भी कांग्रेस सरकार मूक दर्शक बनी हुई है.

उन्होंने बुखार और दर्द से पीड़ित महिला के इलाज के अभाव में मौत पर कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार ने अब तक कोई उचित मुआवजा भी नहीं दिया है, जिसकी हम घोर निंदा करते हैं. पीड़ित परिवार को सरकार तत्काल मुआवजा दे अन्यथा विधानसभा में भी इस पर सवाल खड़ा किया जाएगा.