बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को हटाने की कोशिशों की अफवाहों को हवा देते हुए पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक रमेश जारकीहोली ने कही. बेलगावी में पत्रकारों से बात करते हुए जारकीहोली ने कहा कि कर्नाटक में “महाराष्ट्र मॉडल” के आधार पर भाजपा की सरकार बन सकती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सिद्धारमैया सरकार गिरी तो इसका दोष उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर होगा.

बता दें कि रमेश जारकीहोली वही भाजपा नेता हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने 2019 में कांग्रेस-जद (एस) शासन को भाजपा द्वारा गिराने का नेतृत्व किया था. जारकीहोली उन 16 विधायकों में से एक थे, जिन्होंने 2019 में शिवकुमार के साथ मतभेदों का हवाला देते हुए जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.

महाराष्ट्र में 2019 के चुनाव के बाद बीजेपी बहुमत हासिल नहीं कर पाई थी, लेकिन पिछले साल शिवसेना में फूट के बाद वह सत्ता में आ गई. हाल ही में अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी के एक धड़े ने बीजेपी से हाथ मिला लिया. जबकि महाराष्ट्र के विपरीत, कर्नाटक में कांग्रेस बड़े बहुमत में है, सिद्धारमैया सरकार को गिराने के लिए भाजपा के प्रयासों की बातें लगातार सामने आती रहती हैं, जिसका मुख्य कारण सीएम और उनके डिप्टी शिवकुमार के बीच मतभेद हैं.

शनिवार को सिद्धारमैया और शिवकुमार ने फिर से ऐसी धमकी का दावा किया, जिसके एक दिन बाद मांड्या के कांग्रेस विधायक रविकुमार गौड़ा ने कहा कि पार्टी विधायकों को वफादारी बदलने के लिए 50 करोड़ रुपए और मंत्री पद की पेशकश की जा रही है.

कांग्रेस सरकार गिरने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर जारकीहोली ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, “यह महाराष्ट्र की तरह ही होगा.” “कोई इस्तीफा नहीं (विधायकों का), कुछ भी नहीं. अगर यह (सरकार) गिरती है, तो ऐसा होता है,” उन्होंने कहा, यह संकेत देते हुए कि कांग्रेस विधायकों का एक बड़ा हिस्सा महाराष्ट्र में दलबदल की तरह, भाजपा के पक्ष में चला जाएगा.

जारकीहोली ने कहा कि कर्नाटक की स्थिति 2019 से बहुत अलग थी, जब भाजपा को “सिर्फ आठ (विधायकों) की जरूरत थी”. “लेकिन, अगर ऐसा हुआ, तो (यह महाराष्ट्र मॉडल जैसा होगा). तभी हमारी सरकार बन सकती है… अगर सिद्धारमैया सही फैसले लेंगे तो वह टिकेगी.’ नहीं तो यह गिर जाएगी.”

जारकीहोली ने शिवकुमार पर हमला करते हुए कहा कि डिप्टी सीएम बहुत जल्द “पूर्व मंत्री” बन जाएंगे, उनके खिलाफ विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच का जिक्र करते हुए. “मेरी जानकारी के अनुसार, अगर सरकार गिरती है, तो यह डी के शिवकुमार कंपनी बेलगावी के कारण होगा.”