कुमार इंदर, जबलपुर। कोरोना संक्रमण काल में बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने एक बार फिर अपनी ही सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उन्होंने सीएम शिवराज के ऑक्सीजन कंसनट्रेशन प्रोजेक्ट मामले की असफलता को लेकर जिला प्रशासन को लापरवाह बताया है.

शहर का ऑक्सीजन कंसनट्रेशन महज 13 लोगों को ही ऑक्सीजन दे पा रहा
बता दें कि कुछ दिन पहले ही सीएम शिवराज चौहान ने कोरोना महामारी के चलते 33 जिलों में ऑक्सीजन कंसनट्रेशन लगाने की बात कही थी. जिसमें अभी महज चार जिलों में ही उस पर अमल हुआ है. इसमें जबलपुर भी शामिल है. अजय विश्ननोई ने कहा कि जिस वक्त ऑक्सीजन कंसनट्रेशन लगाने की बात कही गई थी. उस वक्त ये दावा किया गया था कि एक ऑक्सीजन कंसनट्रेशन ने 100 कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन दी जा सकेगी.

जबलपुर का प्रशासनिक अमला डिरेल
वहीं जबलपुर में लगा ऑक्सीजन कंसनट्रेशन महज 13 लोगों को ही ऑक्सीजन दे पा रहा है. जिससे मरीजों को खासी परेशानी हो रही है. विश्वनोई ने सीधे शब्दों में जिला पर प्रशासन पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि जबलपुर का प्रशासनिक अमला डिरेल हो चुका है. शहर में क्राइसेस मेनेजमेंट नाम की कोई चीज नहीं है.

उन्होंने इंदौर जिला प्रशासन का दिया हवाला
उन्होंने कहा कि इंदौर में रोजाना क्राइसेस मेनेजमेंट की बैठक होती है. बैठक में शहर के प्रतिनिधि भी शामिल होते हैं. वहीं जबलपुर के अधिकारी अपने मन की कर रहे हैं. वे शहर के किसी भी जनप्रतिनिधि को शामिल करना, उनसे राय-शुमारी करना भी उचित नहीं समझते है.