कुंदन कुमार/पटना। बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार के विवादित बयान ने बिहार की राजनीतिक गर्माहट बढ़ा दी है। महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी पर विपक्ष लगातार हमला कर रहा है। हालांकि बुधवार को विधानसभा पहुंचने पर विधायक प्रमोद कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।

विधायक ने कहा कि उनकी टिप्पणी किसी महिला को अपमानित करने के लिए नहीं थी। उनका कहना है कि उन्होंने सिर्फ पश्चिमी सभ्यता के बढ़ते प्रभाव पर बात की थी जो भारतीय संस्कृति को प्रभावित कर रही है। उन्होंने कहा मैंने कहा था कि लोकतंत्र के मंदिर में कुकुर लेकर जाना कहीं से उचित नहीं है। जो लोग कुत्ता लेकर सदन पहुंचे और जिनकी वजह से माननीय सदस्यों की तुलना कुत्ते से की गई। मेरी टिप्पणी उन्हीं पर थी।

इस बयान ने मचा दिया बवाल

बयान को लेकर बवाल तब बढ़ा जब उन्होंने कहा था कि बहुत से लोगों की आदत कुत्ते के साथ सोने की होती है। मोबाइल पर देखने पर कई महिलाएं कुत्तों के साथ सोती दिख जाती हैं। इस टिप्पणी को लेकर उनकी मानसिकता पर सवाल खड़े हुए।

आलोचना का सामना करना पड़ा था

उधर, कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी जिन्हें कुत्ता लेकर संसद आने को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक घायल पिल्ले को सिर्फ बचाने के लिए संसद परिसर में लाया था और इसे मुद्दा बनाना बेवजह है। रेणुका चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा असली काटने वाले तो संसद में बैठे हैं। हम एक बेजुबान जानवर की मदद करते हैं और सरकार इसे बड़ा मुद्दा बना देती है।