शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बीजेपी नेता हमलावर हो गए हैं. उनके इस बयान पर पूरे प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. जहां गृहमंत्री ने उन्हें पाकिस्तान चले जाने की सलाह दी है, वहीं बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने उन्हें मुस्लिम प्यार में अंधा और बहरा बता दिया.
मुस्लिम प्यार में दिग्गी हो गए अंधे: शर्मा
दिग्गी के ट्वीट पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुस्लिम प्यार में दिग्विजय सिंह अंधे के साथ बहरे भी हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के अपराध उन्हें दिखाई नहीं देते, हिंदुओं का दिखाई देता है. दिग्विजय सिंह तालिबान के दूसरे रूप हैं, जिन्हें पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सुनाई नहीं दे रहे हैं.
कांग्रेस पास कुछ नहीं बचा
कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने भी दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है. सिलावट ने कहा है कि शासन प्रशासन जो कार्रवाई करत रहा है, सही कर रहा है. इस प्रकार से हमारे हिंदुस्तान और देश में ऐसी गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए. कांग्रेस के पास कुछ नहीं बचा है तो, इस तरह के बयान जारी करते हैं.
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कांग्रेस विधायक का पलटवार
वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने बीजेपी पर पलटवार किया है. आरिफ मसूद ने कहा कि उज्जैन की घटना को लेकर काजी साहब की तरफ से एक वीडियो दिया जाता है. दिग्विजय सिंह वीडियो की जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जांच की मांग करना कौन सी असंवैधानिक बात है. बीजेपी इस देश को किस दिशा में ले जाना चाहती है पता नहीं.
इंदौर मॉबलिंचिंग में कार्रवाई नहीं
इधर इंदौर में विशेष समुदाय के युवक के साथ हुई मॉबलिंचिंग पर आरिफ मसूद ने कहा कि उज्जैन की घटना वीडियो वायरल होता है कार्रवाई होती है, लेकिन इंदौर में 6 घंटे के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई. इंदौर की घटना में अधिकारियों कई बार फोन लगाया उसके बाद एफआईआर दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि देश में क्या जाति बताकर धंधा किया जाएगा. हिंदू वोटर आईडी की बात सरासर गलत है. पीड़ित से 7 बार बात हुई लेकिन ऐसी बात सामने नहीं आई.
ये है पूरा मामला
दरअसल उज्जैन में लगे कथित देश विरोधी नारों को लेकर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर नारों को फेक बताया था और सरकार से प्रकरण को वापस लेने की मांग की थी. दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा, “फेक न्यूज़ के आधार पर “क़ाज़ी साहब ज़िंदाबाद” को “ पाकिस्तान ज़िंदाबाद” बता कर कई लोगों पर मुक़दमे दायर हो गए. मध्य प्रदेश पुलिस को कार्रवाई करने के पूर्व वास्तविकता का पता लगा लेना चाहिए था. यदि गिरफ़्तारी हुई है तो प्रकरण वापस लेना चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने फैक्ट चेक करने वाली आल्ट न्यूज के संस्थापक प्रतीक सिन्हा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यह लिखा है। प्रतीक सिन्हा ने दावा किया है कि मुहर्रम के दिन लगे नारे पाकिस्तान जिंदाबाद के नहीं बल्कि काजी साहब जिंदाबाद के लगे थे.
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