सीहोर। मध्य प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी-कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद से राज्य की कई विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के विरोध की खबरे लगातार सामने आ रही है। जिले की आष्टा विधानसभा सीट से बीजेपी ने वर्तमान विधायक रघुनाथ मालवीय का टिकट काटते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल इंजीनियर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है जिसका विरोध शुरू हो गया है। टिकट वितरण से असंतुष्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने 25 अक्टूबर तक चेहरा बदलने की मांग की है।

जानकरी के मुताबिक रविवार को आष्टा तहसील मुख्यालय पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष गोपालसिंह को टिकट देने पर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की। बैठक के दौरान विधायक रघुनाथ मालवीय भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगे। विधायक ने कहा कि जनसंघ के जमाने से ईमानदारी से संगठन की सेवा की है, फिर भी पार्टी ने दूसरी पार्टी से आए शख्स को टिकट दे दिया है। पार्टी को इस पर विचार कर वापस टिकट में बदलाव करना चाहिए। मालवीय ने कहा कि अब सारा निर्णय पार्टी के कार्यकर्ताओं को लेना है। जल्दी ही वे हजारों कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन फार्म भरेंगे, कार्यकर्ताओं की मंशानुसार जो भी निर्णय होगा उसके आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। अगर पार्टी आलाकमान निर्णय नहीं बदलता है तो फिर हमें भी निर्णय लेना पड़ेगा।

गौरतलब है कि भाजपा ने सीहोर जिले की आष्टा विधानसभा से इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल इंजीनियर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। गोपाल तीन बार कांग्रेस के झंडे तले विधानसभा का चुनाव लड़ चुके है एक साल पहले ही वह भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे में उन्हें विधानसभा का टिकट दिया जाना भाजपाइयों को रास नहीं आ रहा है और उन्होंने बगावत करने का मन बना लिया है।

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