लखनऊ. विधान परिषद में मंगलवार को बीजेपी एमएलसी विजय बहादुर पाठक और दिनेश गौतम ने थानों में महिला शौचालय न होने और विद्यालयों के करीब पान बीड़ी की दुकानों का मुद्दा उठाया. साथ ही इस मुद्दे पर नियम 110 के तहत चर्चा की मांग की. विजय बहादुर पाठक ने कहा कि हजरतगंज कोतवाली तक में महिला पुलिसकर्मियों के लिए अलग से शौचालय नहीं है. कई थानों में महिला पुलिसकर्मी पुरुषों के शौचालय इस्तेमाल करने पर विवश हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार मिशन शक्ति नारी सुरक्षा को लेकर अभियान चला रही है. गांव-गांव घर-घर में शौचालय बनायें जाने का अभियान चलाकर करोड़ों रुपयों की धनराशि व्यय की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के हर थानों पर महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है. प्रदेश के अधिकांश थानों में महिला शौचालय है ही नहीं अगर है भी तो उनकी स्थिति बड़ी ही दयनीय बन चुकी है. जिन थानों में महिला शौचालय निर्मित है उनकी साफ-सफाई न होने के कारण महिला वादकारियों को परेशानी होती है. प्रदेश के थानों पर महिला पुलिसकर्मी तैनात है केवल महिला थाने को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी थानों पर महिला पुलिसकर्मी पुरुष शौचालयों का प्रयोग करने को मजबूर है. स्वच्छता को लेकर स्वयंसेवी संस्थाएं प्रदेश में सफाई का बिंढोरा पीटकर फोटो खिंचवाने में माहिर हैं लेकिन थानों में महिला शौचालयों के निर्माण को लेकर किसी भी संस्था ने अब तक पहल नहीं की.

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धड़ल्ले से चल रही पान-गुटखा की दुकानें

वहीं स्कूलों के पास पान गुटखा आदि की दुकान को लकेर उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ सहित सभी जनपदों में विद्यालय परिसर के आस-पास सिगरेट, पान, गुटखा के विक्रय की दुकानें धड़ल्ले के साथ चल रही है. ऐसी सभी दुकानों को विद्यालय से एक निश्चित दूरी पर होना चाहिए. शिक्षा विभाग छात्रों को नशे से दूर रखने के लिए नशामुक्त अभियान चलाता रहता है. लेकिन स्कूल परिसर के पास की ऐसी दुकानों को संचालन पर रोक नहीं लगा पाता. स्कूल परिसर के पास सड़कों के किनारे इस तरह की प्रतिबंधित दुकाने बेखौफ संचालित की जा रही है जहां पर छात्रों को सिगरेट पान-मसाले लेते देखा जा सकता हैं.