नई दिल्ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बंगाल में बीजेपी के बड़े नेता बाबुल सुप्रियो ने राजनीति को अलविदा कह दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कहा है कि वे राजनीति में सिर्फ समाज सेवा के लिए आए थे. अब उन्होंने अपनी राह बदलने का फैसला लिया है. हाल ही में नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में उन्हें हटा दिया गया था.
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा सब की बातें सुनीं, बाप, (माँ) पत्नी, बेटी, दो प्यारे दोस्तों मैं किसी और पार्टी में नहीं जा रहा. उन्होंने लिखा कि मुझे किसी भी पार्टी की तरफ से फोन नहीं आया. मैं एक टीम का खिलाड़ी हूं! हमेशा एक टीम का समर्थन किया है. उन्होंने अपने इस्तीफे का एलान सोशल मीडिया में एक कविता के रूप में किया. उन्होंने लिखा कि अगर सामाजिक कार्य करना है तो वह राजनीति के बिना भी हो सकते हैं.
बाबुल सुप्रियो ने अपने इस्तीफे में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि दोनों ही लोगों ने कई मायनों में मुझे प्रेरित किया है. मैं उनके प्यार को कभी नहीं भूलूंगा. उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि वे मुझे गलत नहीं समझेंगे और मुझे माफ कर दें.
उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 के बीच बहुत बड़ा अंतर आ चुका है. उन्होंने कहा कि 2014 में मैं बीजेपी के टिकट से अकेला लड़ा था, लेकिन बंगाल में आज बीजेपी मुख्य विपक्षी दल है. आज पार्टी में नए चमकीले युवा नेता आ चुके हैं. पार्टी में उतने ही युवा नेता हैं, जितने पुराने हैं. कहने की जरूरत नहीं है कि युवा नेताओं की पार्टी एक लंबा सफर तय करेगी.
बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है. सुप्रियो ने सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए संन्यास का ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि बीजेपी ही उनकी पार्टी है. बता दें कि वह आसनसोल से बीजेपी के सांसद हैं. बता दें कि हाल ही में नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में उन्हें हटा दिया गया था.
बता दें कि बाबुल ने अपनी पोस्ट के अंत में भावुक अंदाज में कहा है कि 1992 में स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की नौकरी छोड़कर मुंबई भागते वक्त जो किया था, अब फिर मैंने वहीं किया है.