रायपुर। रायपुर सांसद सुनील सोनी ने छत्तीसगढ़ सरकार पर रूस में फंसे छत्तीसगढ़ के 500 से ज्यादा विद्यार्थियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार रूस में फंसे छात्रों को वापस लौटने नहीं दे रही है, जबकि केंद्र सरकार की ओर से अनुमति दे दी गई है।
सांसद सोनी ने कहा कि रूस के कई शहरों मॉस्को, टवेर, यूक्रेन, पर्म आदि में रायपुर, धमतरी, राजनांदगांव, बिलासपुर, जगदलपुर, जांजगीर के छात्र-छात्राएं फंसे हुए हैं। ये सभी मेडिकल और अन्य विषयों की पढ़ाई के लिए वहां गए हैं। लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही सभी वहां फंसे हैं। अब वंदे मातरम मिशन के तहत इन बच्चों की वापसी के लिए केंद्र सरकार ने अनुमति दे दी है।
केंद्र सरकार राज्य सरकार से क्वारेंटिन सेंटर की जानकारी मांग रही है, लेकिन राज्य सरकार अब तक जानकारी नहीं दे रही। पिछले 20 दिनों से बच्चों के माता-पिता परेशान हैं। मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर चुके हैं। इसके बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार ने अब तक क्वारेंटिन सेंटर की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है, जबकि बच्चों के माता-पिता ही क्वारेंटिन सेंटर का पूरा खर्च उठाएंगे। राज्य सरकार को सिर्फ चार होटलों को चिन्हित कर केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय को सूचित करना है।
सांसद सोनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार बच्चों और माता-पिता के लिए सहृदयता से विचार कर तत्काल कुछ होटल को क्वारेंटिन सेंटर बना दें। इस तरह बच्चे अपने राज्य पहुंच जाएंगे। होटलों को भी आर्थिक लाभ होगा। इसमें राज्य सरकार पर कोई आर्थिक बोझ नहीं आएगा। दरअसल बीजेपी के प्रितेश गांधी और राजेश अग्रवाल ने सांसद सुनील सोनी से मिलकर इससे मामले में राज्य सरकार से अनुमति के लिए पहल करने का आग्रह किया था.