विक्रम मिश्र, लखनऊ. 29 अगस्त 2022 को तत्कालीन योगी सरकार में पंचायतीराज विभाग का काम देख रहे भूपेंद्र चौधरी को यूपी भाजपा का नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया था. जिसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले ही 2023 में उनका कार्यकाल खत्म होना था. लेकिन एक तरफ राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल में इजाफा हुआ तो उसका फायदा भूपेंद्र चौधरी को उत्तर प्रदेश में भी मिला. आम बैठक में यूपी भाजपा के प्रभारी बीएल संतोष ने कहा था कि 15 जनवरी तक उत्तर प्रदेश भाजपा के कार्यक्रताओं को नया बॉस मिल जाएगा. हालांकि कार्यक्रताओं ने इसे ब्रह्म वाक्य मानते हुए 30 जनवरी तक का समय खुद से मान लिया था. अब जनवरी बीते 5 महीने हो गए बावजूद इसके नया प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया है.
देरी की क्या है वजह?
भाजपा ने अपने 70 जिलों में नया जिलाध्यक्ष दे दिया है. जबकि कई जिलों के संगठनों में भी व्यापक फेरबदल भी कर दिए हैं. लेकिन अब भी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर सब मौन है. हालांकि इसके पीछे की वजह देखे तो पंचायती चुनाव में जातिगत समीकरण को साधने के लिए अभी और वक़्त लिया जा सकता है.
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केंद्र तक हर जाति के नेता कर रहे दावेदारी
ब्राह्मण, पिछड़ा, लोधी, निषाद हर तबके के भाजपा नेता प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में शामिल हैं. बस्ती से पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी और राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा के साथ विधायक श्रीकांत शर्मा ने प्रबल दावेदारी प्रस्तुत की है. जबकि जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के साथ एमएलसी अशोक कटारिया, राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद के साथ एससी कोटे से पूर्व मंत्री रहे रामशंकर कठेरिया और एमएलसी विद्या सागर सोनकर की दावेदारी भी प्रबल मानी जा रही हैं. बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने संसद सत्र के दौरान भी चुटकी ली थी.
क्षेत्रीय अध्यक्षों की भी नहीं बन पाई टीम
विधानसभा चुनाव और पंचायत चुनाव को इसकी मुख्य वजह मानते हुए वरिष्ठ पत्रकार इमरान अहमद बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में यूपी से सीट कम मिलने के बाद भाजपा किसी भी तरह का जोखिम अब लेना नहीं चाहती है. यही कारण है कि जातिगत समीकरण और सही समय का इंतजार भाजपा कर रही है. हालांकि देरी की वजह से अभी तक क्षेत्रीय अध्यक्ष भी बेमन से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. उनकी टीम भी अब तक नहीं बनाई गई है. जिसका असर पार्टी के मूवमेंट पर सीधे पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है.
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