रायपुर- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छत्तीसगढ़ सरकार को सत्यानाशी करार दिया है. छत्तीसगढ़ बीजेपी के जन संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में अराजक शासन चल रहा है. जब रमन सिंह मुख्यमंत्री थे, तब छत्तीसगढ़ का मतलब क्रेडिबल छत्तीसगढ़ हुआ करता था. लेकिन आज इसके मायने बदल गए हैं. आज इसका मतलब है, अराजक छत्तीसगढ़. शिवराज यहां तक कह गए कि छत्तीसगढ़ सरकार को चुल्लूभर पानी में डूब मरना चाहिए. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक बंटाधार मध्यप्रदेश में हैं, जिनका नाम लेने पर भी मुझे नहाना पड़ता है और दूसरे यहां छत्तीसगढ़ में है. कमलनाथ पर टिप्पणी करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह कलंकनाथ हैं.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री वर्चुअल रैली के जरिए छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं से मुखातिब थे. कोरोना संकट की वजह से बीजेपी ने देशभर में वर्चुअल रैली का आय़ोजन किया था. छत्तीसगढ़ में रैली के समापन समारोह में भोपाल से जुड़ते हुए शिवराज सिंह चौहान ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया, तो वहीं भूपेश सरकार पर हमला बोलने में चूके नहीं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया में महामारी फैली, तब समय रहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को चेताया. मुख्यमंत्रियों को बुलाकर वीडियो कांफ्रेसिंग की. क्या छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग में नहीं बुलाया? बघेल कांफ्रेसिंग में कहते हैं कि लाॅकडाउन बढ़ाओ, लाकडाउन हटाओ मत और इधर सवाल उठाते हैं कि देश में अचानक से लाॅकडाउन कर दिया गया. यदि प्रधानमंत्री समय पर एक्शन नहीं लेते तो महामारी का खतरा बड़ा होता. मोदी की जागरुकता की वजह से देश बचा है.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल को देखते हुए देश के लिए अपने खजाने खोल दिए. उन्होंने पूछा कि राज्य सरकार ने क्या किया? जनधन खाते में पैसा मोदी ने डाला. मुफ्त में दाल-चावल मोदी बांट रहे हैं. किसान सम्मान निधि मोदी दे रहे हैं. 20 लाख करोड़ का पैकेज मोदी ने दिया, मजदूरों का कल्याण मोदी ने किया. भूपेश सरकार ने क्या किया यह बताना चाहिए? उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हमने एक-एक मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रूपए डाल दिए. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने सारे प्रयास किए, वापस लाए गए मजदूरों को छत्तीसगढ़ की तरह क्वारंटाइन सेंटर बनाकर पंचायतों के भरोसे हमने नहीं छोड़ा. अपने मजदूरों को रोजगार देने का काम किया. रोजगार सेतु पोर्टल तैयार किया, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार े मजदूरों के लिए क्या किया?

चीन मुद्दे पर मोदी की नीति को सराहा, तो जवाहरलाल नेहरू की नीति पर उठाए सवाल

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चीन मुद्दे पर कहा कि हिंदी चीनी भाई-भाई का नारा लगाते रहे लेकिन कब चीन भारत मे घुस आया ये जवाहरलाल नेहरू को पता ही नहीं चला. चीनी सेना जब भारत में घुस आई, तब संसद में उन्होंने कहा कि हम क्या करेंगे उस जमीन का, वहां घास भी नहीं उगती है. नेहरू ने चीन को संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्य बनाने की पैरवी की थी. भारत चीन विवाद का यदि कोई जिम्मेदार था तो वह जवाहरलाल नेहरू थे. चीन भूल गया है कि यह 1962 का भारत नहीं है. ये मोदी का भारत है. प्रधानमंत्री मोदी ने कह दिया है कि हम शांति के पक्षधर हैं, हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन यदि कोई हमे छेड़ेगा, तो हम किसी को छोड़ेंगे नहीं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के नेता चीन के मामले में मिमियाने लगते थे. उन्होंने पूछा कि 2005-06 में चीन ने कांग्रेस को 90 लाख रुपये का डोनेशन दिया था. क्या कांग्रेसियों ने शर्म बेचकर खा लिया? तब कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी थी. देश जानना चाहता है कि राजीव गांधी फाउडेशन ने चीन से पैसे क्यों लिए? देश को सच बताना पड़ेगा. चीन से डोनेशन लेने और कम्युनिस्ट पार्टी से एमओयू करने वाली कांग्रेस पर धिक्कार है. कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए. देश की रक्षा के मामले में कांग्रेस को बोलने का भी अधिकार नहीं है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा आज मोदी का नेतृत्व है कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है. आज हिम्मत है कि कोई जूझ ले. आज मोदी ने मन की बात में कहा कि चीन के समान की जरूरत नहीं है, सम्मान की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पीढियां खप गई थी श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए लेकिन नहीं बना सके. आज मोदी के नेतृत्व में न्यू इंडिया बना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का मान सम्मान दुनिया मे बढ़ाने का काम किया है. ईश्वरी शक्ति से युक्त हैं हमारे नेता. जिन्होंने कई मौकों पर दुनिया का नेतृत्व किया है. शिवराज ने कहा कि चीन आज बौखलाया हुआ है क्योंकि सीमा तक मोदी ने सड़क बनवा दी. दुनिया का एकमात्र देश है भारत तो भविष्य में चीन से आगे बढ़ सकता है.

मोदी के नेतृत्व में देश, दुनिया का पथ प्रदर्शक बनेगा- शिवराज

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल खत्म होने के बाद लेखा-जोखा और उपलब्धियों को बताते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कौन सोच सकता था, कि देश में बड़े और ऐतिहासिक फैसले कभी लिए जा सकते हैं? जम्मू कश्मीर में यदि धारा 370 लगी, तो इसके जिम्मेदार तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे. लोग सोचते थे कि क्या कभी कश्मीर धारा 370 से मुक्त हो पाएगा भी या नहीं. कहीं यह सिर्फ राजनीतिक नारा बनकर तो नहीं रह जाएगा. लेकिन धन्य हैं, नरेंद्र मोदी, जिन्होंने एक झटके में ही धारा 370 और 35 ए को हटाकर फेंक दिया. लोग सोचते रह गए. ऐसा करने का दम किसी में था, तो वह सिर्फ नरेंद्र मोदी और अमित शाह थे. तीन तलाक का दंश राजीव गांधी ने देश को दिया था. शाहबानो प्रकरण में एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए संसद में अपनी मिजोरिटी का फायदा उठा लिया. इस कुप्रथा को मोदी सरकार ने समाप्त किया. दशकों से राम मंदिर का विवाद चल रहा था, लेकिन आज मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है, नागरिकता कानून संशोधन का जिक्र करते हुए शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने इसका विरोध कर अपराध किया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत, दुनिया का पथ प्रदर्शक बनेगा.

छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश दोनों भाई

शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल रैली में अपने संबोधन की शुरूआत छत्तीसगढ़ी में की. दंतेवाड़ा की दंतेश्वरी, डोंगरगढ़ की बम्लेश्वरी और रतनपुर की महामाया देवी को प्रणाम करते हुए शिवराज ने अपनी बात आगे बढ़ाई. इस दौरान उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश में युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से लगातार हुए छत्तीसगढ़ दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि यहां की एक-एक गलियों को मध्यप्रदेश की तरह मैंने नापा है. आज छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश दो जान है लेकिन दिल एक है.