नई दिल्ली/पंजाब न्यूज। नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बने रहने के पार्टी आलाकमान के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा है कि यह पटकथा पहले से ही लिखी हुई थी. यह दलितों का अपमान है. राज्य के हालात को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

नवजोत सिंह सिद्धू घटनाक्रम पर बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब के प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि दलित मुख्यमंत्री का अपमान करना कांग्रेस की पुरानी आदत है. सिद्धू घटनाक्रम की पटकथा पहले से लिखी होने का दावा करते हुए पंजाब प्रभारी ने कहा कि सिर्फ 3 महीने के लिए दलित मुख्यमंत्री बनाना और सिद्धू को आगे रखना यह कांग्रेस ने पहले से ही तय कर रखा है. कांग्रेस दलित मुख्यमंत्री को हटाकर भविष्य में सिद्धू को ही मुख्यमंत्री बनाना चाहती है.

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का पंजाब दौरा, दलित वोट पर सीधी नजर, राम तीर्थ में भी टेकेंगे मत्था

दुष्यंत गौतम ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन और सरकार चलाना पंजाब के सीएम के वश की बात नहीं है. वे सिर्फ प्रियंका और राहुल गांधी को खुश करने में लगे रहते हैं. गौतम ने तो पंजाब के मुख्यमंत्री से अपने पद से इस्तीफा देने की मांग भी कर डाली.

 

सिद्धू प्रकरण बीजेपी के फायदेमंद ही साबित होगा- दुष्यंत गौतम

पार्टी के एक अन्य दिग्गज नेता ने बताया कि सिद्धू प्रकरण भाजपा के लिए फायदेमंद ही साबित होगा, क्योंकि जब तक सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे, तब तक पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधते रहेंगे.

कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले को धार देते हुए भाजपा भी आक्रामक राष्ट्रवाद और सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरती रहेगी. भाजपा यह मानकर चल रही है कि इस मुद्दे के सहारे उसे कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने में तो कामयाबी मिलेगी ही, साथ ही पहली बार राज्य में अकेले चुनाव लड़ रही पार्टी को मतदाताओं के साथ अपने आप को कनेक्ट करने में भी काफी मदद मिलेगी.