रायपुर। विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान बीजेपी ने कोरोना क्वारेंटाइन सेंटर्स में अव्यवस्था को लेकर स्थगन प्रस्ताव की सूचना देते हुए चर्चा कराने की मांग की. भाजपा सदस्यों ने आरोप लगाया कि कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. जान-माल की क्षति हो रही है. प्रदेश भर में बनाए गए में लोगों की अव्यवस्था से मौत हो रही है. सांप-बिच्छु के काटने से मौत हो रही है. महिला से छेड़छाड़ हो रही है.

इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह कहना असत्य है कि अव्यवस्था के कारण मौतें हुई है. जामा बाई बुढ़गहन पामगढ़ की सर्पदंश से मौत नहीं हुई वह ठीक हो गई है. शराबखोरी की शिकायत पर गंडई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. उन्होंने बताया कि क्वारेंटाइन सेंटर्स में 6 लाख 70 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई थी. पानी-बिजली सहित तमाम व्यवस्था की गई थी. सीतापुर में प्रदीप केरकेट्टा ने दुखी होकर आत्महत्या की थी. पंडरिया में तुलसी दलगा के आत्महत्या की जानकारी सही नहीं है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चीन में कोरोना की सूचना के बाद 2 फरवरी 20 से ही सरकार ने इसकी तैयारी कर की थी. अस्पताल में सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था की गई. प्रतिदिन कोरोना बुलेटिन के माध्यम से जानकारी प्रसारित की गई है. मई तक केवल 3 सक्रिय मरीज थे, लेकिन
प्रवासी मजदूरों के आने के बाद कोरोना में बढ़ोतरी हुई. राज्य सरकार ने कोरोना चिकित्सकों को इंसेंटिव देने की व्यवस्था की गई है. उनके लिए निःशुल्क रखने, खाने और परिवहन की व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य विभाग ने 108 करोड़ 37 लाख खर्च किये हैं. मंत्री ने बताया कि 7 लाख 94 हजार प्रवासी मजदूर वापस आये हैं.