रायपुर। बीजापुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की श्रद्धांजलि में राज्य सरकार के किसी भी मंत्री के शामिल नहीं होने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने प्रदेश सरकार के गृह मंत्री और किसी भी अन्य मंत्री के न पहुँचने को बेहद शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा कि शहीदों के प्रति कांग्रेस का रवैया अपमानजनक राजनीतिक आचरण का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की शहीदों के प्रति उदासीनता और अवहेलना का परिचय इस घटना से साफ-साफ मिल रहा है.

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि माना बटालियन में मंगलवार को आहूत सीआरपीएफ के दो जवानों की शहादत पर श्रद्धांजलि का कार्यक्रम रखा गया था. इस कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन के आला अफसर तो मौजूद थे लेकिन प्रदेश के गृह मंत्री या कोई भी अन्य मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. सीआरपीएफ के ये जवान इस वर्ष की सबसे बड़ी नक्सली वारदात में 10 फरवरी को बीजापुर के पामेड़ थाना क्षेत्र में शहीद हुए थे. सुंदरानी ने कहा कि शहीदों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने में भी प्रदेश सरकार जिस कृपण और उदासीन राजनीतिक चरित्र का परिचय दे रही है, वह शोचनीय है. विडम्बना तो यह है कि प्रदेश के गृह मंत्री को इस पूरे वाकये की जानकारी तक नहीं थी! प्रदेश के गृह मंत्री जिस तरह इस पूरी घटना के बारे में अपनी अनभिज्ञता का प्रदर्शन कर रहे हैं, वह राजनीतिक मिथ्याचार का एक नया परिचय है. प्रदेश के गृह मंत्री यदि अब भी यह कह रहे हैं कि घटना के संबंध में पूरी जानकारी लेकर जाँच के संबंध में निर्णय लिया जायेगा तो यह प्रदेश सरकार और गृह मंत्रालय के निकम्मेपन का निकृष्ट नमूना है. जिस दिन यह नक्सली वारदात हुई थी प्रदेश के गृह मंत्री प्रदेश में ही थे लेकिन पत्रकारों को उन्होंने बताया कि दिल्ली जाते वक्त उन्हें घटना की जानकारी मिली थी लेकिन वे पूरा ब्यौरा नहीं ले पाए थे. सुंदरानी ने कहा प्रदेश के गृह मंत्री भी अब मिथ्याचार का परिचय दे रहे हैं. इतनी बड़ी नक्सली वारदात को लेकर वे जिस लापरवाही का प्रदर्शन कर रहे हैं, उसे बेहद गंभीर माना जाना चाहिये. यदि प्रदेश के गृह मंत्री इतने संवेदनशील मामले के बारे में भी पूरा ब्यौरा नहीं ले रहे हैं तो फिर वे किस बात के लिये और किस काम के लिये गृह मंत्री बने बैठे हैं? उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिये.

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुंदरानी ने कहा कि शहीदों के प्रति अपमानजनक व्यवहार तो कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र का परिचायक है. जो पार्टी भारतीय सेना के पराक्रम और शौर्य पर सवाल उठाती रही है, आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सैन्य कार्रवाई के सबूत तक मांग कर जवानों और शहीदों के मनोबल को तोडऩे का आचरण प्रदर्शित कर चुकी है. उससे यह अपेक्षा तो नितान्त बेमानी है कि वह किसी भी तरह की अलगाववादी गतिविधियों को रोकते हुए शहीद हुए जवानों के प्रति सम्मान व श्रद्धा का भाव व्यक्त करे. जिस कांग्रेस के केन्द्रीय नेता यह कहते सुने गये हों कि जवानों की तो यह नियति ही है कि वे शहीद होते रहें, उस कांग्रेस की सरकार के गृह मंत्री या दीगर मंत्रियों का माना के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में नहीं जाना कांग्रेस की संकीर्ण मानसिकता का द्योतक है. सुंदरानी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस मामले में संज्ञान लेकर मंत्रियों से सफाई मांगने और उन्हें मंत्रिमण्डल से बर्खास्त करने की मांग की है.