रायपुर- मरवाही उप चुनाव के ठीक पहले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के विकास के लिए तीन सौ करोड़ रूपए से ज्यादा की नई योजना शुरू किए जाने पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर लगाए अपने आरोप में कहा है कि चुनावी फायदा उठाने के लिए यह कवायद की जा रही है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जिस वक्त विकास कार्य ठप्प हैं, सड़कों के गड्ढों की मरम्मत के लिए भी सरकार के पैसे पास नहीं हैं, वहीं मरवाही में करोड़ों रूपए की योजनाओं के जरिए जनता को प्रलोभित करना ही सरकार का एक मात्र लक्ष्य है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने कभी मरवाही की सुध नहीं ली. मरवाही को हमेशा उपेक्षित रखा. तत्कालीन रमन सरकार के दौरान मरवाही में न केवल सड़कों का जाल बिछा, बल्कि पुल-पुलियों से लेकर कई विकास कार्य किए गए. अब जब उप चुनाव होना है, तो ऐसे में चुनावी फायदे के लिए कांग्रेस सरकार ताबड़तोड़ फैसले ले रही है. उन्होंने कहा कि जनता बेहद जागरूक है. वह हर एक चीज को बारिकी से देख रही है. समझ रही है. यदि सरकार को लगता है कि ऐसी घोषणाओं से चुनाव जीता जा सकता है, तो वह भ्रम में है.
सुशील शुक्ला ने किया पलटवार
नेता प्रतिपक्ष कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आंनद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार जब मरवाही जिला का विकास कर रही है, तो बीजेपी नेताओं को इतनी पीड़ा क्यों हो रही है ? मरवाही को विकसित और विकास करने का अवसर भारतीय जनता पार्टी को भी मिला था. लेकिन 15 वर्षों में बीजेपी की सरकार ने यहां कोई भी विकास का काम नहीं किया. बीजेपी 15 साल सत्ता में रही, तब लगातार मरवाही को जिला बनाने की मांग उठ रही थी लेकिन उन्होंने इसे जिला नहीं बनाया.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सत्ता में आते ही पिछले 15 अगस्त को मरवाही को जिला बनाने की घोषणा की. उस समय वहां कोई उपचुनाव नहीं था. मरवाही से एक बड़ा नाम चुनाव जीतकर आता था वो है स्व अजीत जोगी. लेकिन उसके बावजूद भी सामान्य विकास की जो मूलभूत आवश्यकताएं होती थी उससे बंचित था. अब कांग्रेस की सरकार जब मरवाही जिला का विकास कर रही है, तो बीजेपी नेताओं को इतनी पीड़ा क्यों हो रही है. यह दुर्भाग्यजनक है और बीजेपी की विकास विरोधी मानसिकता को दर्शाता है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के लिए आज तीन सौ करोड़ रूपए से ज्यादा की योजनाओं का लोकार्पण और शुभारंभ किया है. जेसीसी सुप्रीमो और विधायक रहे अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा में उप चुनाव होना है. ऐसे में सरकारी की इस कवायद को विपक्ष चुनावी फायदे उठाने की रणनीति बता रहा है.