नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए भाजपा ने यह दावा किया है कि जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस जांच कर रही है और आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. भाजपा मुख्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में राजनीति करने को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि अपराध एवं अराजक पार्टी और भाजपा में कुछ तो फर्क होगा. गौरव भाटिया ने कहा कि जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस अपना काम कर रही है, इसलिए इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और हमारे लिए (भाजपा) भी इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है, लेकिन एक बात बिल्कुल साफ है कि भाजपा की सरकारों में आरोपियों को बख्शा नहीं जाता है.
विपक्ष डर गया है, क्योंकि सांप्रदायिक राजनीति का हो गया है अंत- गौरव भाटिया
बुलडोजर को लेकर मौलाना अरशद मदनी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में लंबित मामलों में टिप्पणी करना उचित नहीं है, लेकिन यह कौन सा तरीका है कि अपराधियों द्वारा पत्थर मारने को सौहार्द्र के रूप में देखा जाता है और जब न्यायसंगत तरीके से बुलडोजर उग्रवादियों को सजा देने का काम करता है, तो उसे नफरत फैलाने के रूप में देखा जाता है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा देशवासियों के नाम लिखे गए खुले पत्र का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि विपक्ष कहता है कि देश में डर का माहौल है और सौहार्द्र बिगड़ रहा है, जबकि सच यह है कि देश में आत्मविश्वास, प्रगति और ऊर्जा का माहौल है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल डरे हुए हैं, क्योंकि उनकी साम्प्रदायिक राजनीति का अंत हो गया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खत का हवाला
जेपी नड्डा के पत्र का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि विपक्ष के वोट बैंक की और देश को तोड़ो की राजनीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ो की राजनीति हावी हो गई है, इसलिए ये दल घबराए हुए हैं और समाज में सौहार्द्र बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं. गौरव भाटिया ने भाजपा द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक न्याय पखवाड़ा का जिक्र करते हुए स्वच्छ भारत मिशन, खुले में शौच से मुक्ति के लिए चलाए गए शौचालय निर्माण अभियान और जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी.
8 सदस्यीय फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हनुमान जयंती पर हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच करने 8 सदस्यीय फॉरेंसिक टीम सोमवार को जहांगीरपुरी पहुंची. टीम ने पथराव वाली इमारतों की तस्वीरें लेने के अलावा जमीन से फॉरेंसिक सैंपल्स भी इकट्ठे किए. टीम अपनी रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर सौंप सकती है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन में तैनात कर्मचारी टीम का साथ दे रहे हैं. सबूत जुटाने में मदद करने के अलावा जरूरी जानकारी भी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के विशेष अनुरोध पर एफएसएल टीम को बुलाया गया है, इससे पहले भी टीम ने कई मामलों को सुलझाने में पुलिस की मदद की है. बताया जा रहा है कि टीम को हिंसा प्रभावित जगहों पर जांच पूरी करने में पांच से छह घंटे का समय लग सकता है. रविवार को शोभा यात्रा कुशल सिनेमा हॉल के बराबर वाली सड़क से गुजर रही थी, इस दौरान दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. इस हिंसा में कम से कम 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए. स्थिति पर काबू पाने के लिए और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने 40-50 आंसू गैस के गोले दागे. हंगामे के बीच एक स्कूटी को आग के हवाले कर दिया गया और 5-6 कारों में तोड़फोड़ की गई. फिलहाल 2 नाबालिगों समेत 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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हर एंगल से होगी जांच- पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना
दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को आश्वासन दिया कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा की हरसंभव पहलुओं की जांच की जाएगी. उन्होंने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि मामले की सभी पहलुओं से जांच की जाएगी और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हिंसा में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने बताया कि स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) यूनिट को सभी डिजिटल सबूतों का विस्तृत विश्लेषण करने और इसमें शामिल संदिग्धों की पहचान करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का काम दिया गया है. विशेष रूप से मामला औपचारिक रूप से दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अपराध शाखा ने लगभग 14 टीमों का गठन किया है जो सभी कोणों से घटना की जांच करेगी. उन्होंने कल से जांच शुरू कर दी है और हम जांच के दौरान नियमित रूप से अपडेट साझा करेंगे.
शांति समितियों से भी दिल्ली पुलिस ने की बातचीत
एक विशेष राजनीतिक दल के साथ आरोपी अंसार के संबंध पर बोलते हुए पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि पुलिस सबूतों से चलती है. अस्थाना ने कहा कि हम घटना में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ उचित और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करेंगे और हमारी जांच अदालत की जांच के अधीन है, इसलिए कोई भेदभाव नहीं होगा. उन्होंने आगे कहा कि सोशल मीडिया के जरिए कुछ लोग स्थिति को सामान्य होने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम सोशल मीडिया पर लगातार नजर रख रहे हैं और यदि आवश्यक हुआ तो गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जांच के अलावा, दिल्ली पुलिस ने 20 से अधिक शांति समितियों यानी अमन समितियों से भी बात की है. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि केवल मुट्ठी भर असामाजिक तत्वों के कारण आम नागरिक को नुकसान न हो. हमने यह पहले भी देखा है कि इस तरह की घटनाओं में केवल असामाजिक तत्व भाग लेते हैं, आम आदमी का ऐसे गतिविधियों से कोई संबंध नहीं होता है.
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