रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पर संवादहीनता का आरोप लगाने से पूर्व सीएम बघेल को अपने गिरेबां में झांक लेना चाहिए. गिरदावरी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और रकबा कम करने के विरोध में प्रदेश के किसान आंदोलन कर रहे हैं, क्या उनकी सुध लेना और संवाद करना मुख्यमंत्री की जिम्मदरी नहीं हैं?

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि कोरोना संकट का बहाना बना कर आर्थिक तंगी का रोना रोने वाली प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री कोरोना के विरुद्ध लड़ाई की बेहतर व्यवस्था प्रदेश वासियों को दे पाने से लेकर किसानों, मजदूरों महिलाओं, युवाओं सहित हर मोर्चे पर विफल हैं. उन्होंने कहा कि धान खरीदी केंद्र की मांग कर रहे आंदोलनरत किसानों की बात करें, टोकन के नाम पर परेशान किए जा रहे किसानों की बात करें.

उन्होंने कहा कि एक महीना विलंब से धान खरीदी से परेशान या बेमौसम बरसात और सरकारी फरमान से परेशान किसानों की बात करें या प्रदेशभर के किसान जीने कांग्रेस की सरकार ने गिरदावरी रिपोर्ट के नाम पर रकबा कम कर षड्यंत्रपूर्वक प्रताड़ित किया हैं, या जिन किसानों को खाद बीज के नाम पर छला और ठगा गया हैं उन किसानों से सीएम भूपेश बघेल कब संवाद करेंगे? कब किसानों की पीड़ा सुनेंगे उन्हें बताना चाहिए.

साय ने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है कि हर मामले में कोरोना का बहाना बना कर कभी केंद्र सरकार पर तो कभी भाजपा पर आरोप लगा कर अपनी नाकामी और कमजोरी पर पर्दा डालने वाले मुख्यमंत्री बघेल के पास निगम मंडलों की रेवड़ी के लिए समय हैं, राजनीति करने के लिए समय है, दिल्ली जा कर अपने आलाकमान को खुश करने के लिए समय हैं पर इस प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए उनसे संवाद कर उनकी पीड़ा सुनने का समय नहीं हैं.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीएम बघेल दिल्ली रवाना होते होते किसान हितैषी होने का फिर ढोल पिट गए हैं, उन्हें अपने आला कमान को बताना चाहिए कि कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में राजीव गांधी न्याय योजना के नाम पर छल किया हैं और इसलिए नई फसल की खरीदी एक महीने विलंब से करने वाली कांग्रेस की सरकार ने राजीव गांधी के नाम पर किसानों के अंतिम किश्त का भुगतान अब तक नहीं किया हैं. उन्हें यह भी बताना चाहिए कि राजीव गांधी न्याय योजना के नाम पर छत्तीसगढ़ के किसानों को किश्तों में ठगने के बाद नई फसल में राजीव गांधी न्याय योजना का भुगतान कब तक किया जाएगा?