रायपुर। ये बहुत पुरानी बात हो गई. 16-17 साल पहले जब मैं दिल्ली में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य कर रहा था, तब वैकेया नायडू, लालकृष्ण आडवाणी, गडकरी ने मुझे कहा था कि छत्तीसगढ़ जाना है प्रदेश अध्यक्ष बनकर. जिस पद में मैं 16 साल काम कर चुका हूँ, वापस उस पद में जाने का सवाल नहीं उठता. नई पीढ़ी को मौका मिलेगा. अच्छे लोग तैयार हो गए है. इस पद में मेरी ना रुचि थी, ना है और ना रहेगी. मैं जहां काम कर रहा हूँ, वहां ठीक हूँ. छत्तीसगढ़ में नेतृत्व की कमी नही है. हम लोगों का काम अब ये रह गया है कि लोगों से सम्पर्क करना. चुनावी प्रक्रिया के लिए बेहतर माहौल तैयार करना. ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कही है.
दरअसल भारतीय जनता पार्टी का संगठन चुनाव का कार्यक्रम जारी होने के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा था. जिसमें कयास लगाए जा रहे थे कि नवंबर के अंत तक नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती है. जिसमें पूर्व सीएम रमन सिंह का नाम उछाला जा रहा था.
बता दें कि वर्तमान में प्रदेश अध्यक्ष कांकेर के पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी है. उनके नेतृत्व में लोकसभा का चुनाव लड़ा गया था. विधानसभा की तुलना में लोकसभा के परिणाम काफी संतोषजनक रहा. हालांकि पार्टी की एक सीट कम हो गई है.