नितिन नामदेव, रायपुर. एसटी-एससी वर्ग के युवाओं का पूर्ण नग्न प्रदर्शन मामले में भाजपा विधायक दल ने राजभवन पहुंचकर प्रदर्शन किया. भाजपा विधायक दल ने राजभवन के अंदर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपाकर राज्य सरकार से इस्तीफा लेने की मांग की. साथ ही पूर्ण नग्न होकर प्रदर्शनकारी युवकों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की मांग की. वहीं इस मामले में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और पूर्व सीएम रमन सिंह ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

बता दें कि, भाजपा विधायक दल अंबेडकर चौक से पैदल राजभवन पहुंचा था. इस दौरान भाजपा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, विधायक रंजना साहू, पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर, विधायक शिवरतन शर्मा सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने फर्जी जाति मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा.

राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल महामहिम राज्यपाल महोदय से मिला. आज जो एक अत्यंत ही शर्मनाक घटना, छत्तीसगढ़ में नहीं देश में नहीं बल्कि देश के इतिहास में पहली बार हुई. विधानसभा के सामने जब हाउस चल रहा था, उस समय यहां के नौजवानों ने छत्तीसगढ़ के सरकार के खिलाफ इस कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया है. आगे उन्होंने कहा कि, हमने हमारी सरकार से निवेदन किया. आज तक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 20 साल से ऊपर हो गए हैं. कभी ऐसा दृश्य नहीं आया है.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि, लोगों का आक्रोश और पराक्रम देखने को मिला. इतनी बड़ी संख्या में वस्त्र उतारकर प्रदर्शन किया. यह जब निराशा उनके अंदर व्याप्त होती है, उन्हें कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी. लगातार वर्षों से संघर्ष करते-करते यह अपनी मांग को करते रहे. आज उसका विस्फोट के रूप में देखने को मिला कि, आज यह सारे के सारे लोग सड़क पर उतर आए.

आगे रमन सिंह ने कहा, उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था. सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठे रही. इसी बात को लेकर के आज महामाहिम के पास आए. इस विषय में पूरी रिपोर्ट पेश की. उनके खिलाफ इन बच्चों को जबरदस्ती जेल के अंदर ठूसा जा रहा है, जिसे तत्काल रोकने की मांग की.

आगे रमन सिंह ने कहा, पहले से जानकारी देने के बाद भी सरकार की पुलिस उन्हें नहीं रोक नहीं पाई. यह सरकार की असफलता है. सारे विषय विधानसभा में उठते हैं, इस विषय पर भी चर्चा करेंगे.

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