रायपुर- जशपुर में एक और हाथी की मौत के बाद बीजेपी ने आशंका जताई है कि हाथियों की मौत कहीं तस्करी के लिए तो नहीं की जा रही ? राज्य में हाथी की हत्या के लिए क्या कोई गिरोह सक्रिय है? नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने एक के बाद एक होती हाथियों की मौत के मामले की सूक्ष्मता से जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में लिप्त लोगों पर कठोरता से कार्रवाई की जाए.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि अब तक 08 हाथियों की मौत की जो ख़बरें मिली हैं, उनमें ज्यादातर मामलों में मौत संदिग्ध रही. जहर देकर भी हाथियों को मारे जाने की बातें सामने आई. इन सब घटनाओं को देखकर यह भी सवाल उठते हैं कि क्या और भी हाथियों को मारा गया है? जिसकी खबर किसी को नहीं लगी. उन्होंने कहा कि जशपुर में हाथी की मौत की खबर की जानकारी मिलने के बाद सांसद गोमती साय भी मौके पर गई थी. कई बिंदुओं पर यह घटना संदिग्ध लगती है. जांच के नाम पर केवल औपचारिकता पूरी की जा रही है. अब तक जांच के नाम पर सिर्फ जिम्मेदार अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया. लेकिन जो इन वारदातों के असल दोषी हैं, उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. इस दिशा में सरकार को कदम उठाने की जरूरत है. हाथियों की मौत हमारी भावनाओं से जुड़ा मुद्दा है.
बता दें कि बीते डेढ़ महीने में छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत के मामले बढ़े हैं. बीते दिनों रायगढ़ जिले में हाथी की मौत की एक के बाद एक तीन घटनाओं के सामने आने के बाद सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ समेत कई अधिकारियों को हटा दिया था.