रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर भाजपा पर धर्मांतरण की आड़ में बस्तर के चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़वासियों के प्रति सामने आई घृणा को छिपा रहे हैं.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को चुनौती देते हुए कहा है कि भाजपा ने पत्रकार वार्ता में दावा किया था कि 200 शिकायतें धर्मांतरण को लेकर विभिन्न थानों में की गई हैं, साथ ही साथ 20 एफिडेविट के साथ भी शिकायतें की गई है। अगर भाजपा में जरा सा भी नैतिक साहस है तो वे तमाम शिकायतें पत्रकारों के साथ सार्वजनिक करें और सरकार को सौंप दें. भूपेश बघेल तत्काल एक निश्चित समय सीमा के भीतर ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करेगी.

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आरपी सिंह ने कहा कि इन शिकायतों को भाजपा सार्वजनिक करने से आखिर क्यों पीछे हट जाती है? क्यों भाजपा आज तक एक भी प्रमाणिक शिकायत सामने नहीं ला पाई है? मतलब स्पष्ट है नफरत की हिंसा झूठ बोलकर भड़काने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जहां तक दिल्ली से आदेश की बात है तो हमे दिल्ली से आदेश बहुत स्पष्ट है कि नागपुर के इशारे पर अगर राज्य में कोई भी नफरत का वातावरण बनाकर हिंसा या दंगा कराने की कोशिश कोई करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.

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उन्होंने कहा कि यह रमन सिंह का कार्यकाल नहीं है, जब सड़क छाप गुंडे थाने में घुसकर किसी के साथ मारपीट भी करते थे, और स्वतंत्र घूमते भी रहते थे. छत्तीसगढ़ में कानून का राज्य है और न्याय सभी के लिए है. फिर चाहे वह मुख्यमंत्री के पिता हों, सामान्य व्यक्ति हो या किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता हों. किसी भी संप्रदाय धर्म को निशाना बनाकर नफरत फैलाने की राजनीति इस राज्य में ना ही सरकार बर्दाश्त करेगी और ना ही जनता. यह बात भाजपा के नेताओं को जितनी जल्दी समझ में आ जाए उतना ही बेहतर होगा. प्रभु राम के ननिहाल और माता कौशल्या की नगरी में हिंसा और नफरत के लिए कोई स्थान नहीं है.