रायपुर- क्या जाने-अनजाने सही लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से एक गंभीर चूक हो गई है! दरअसल ये सवाल बीजेपी उस जन घोषणा पत्र के जरिए उठा रही है, जिसके बूते कांग्रेस सत्ता में आने की कवायद में जुटी है. मामला जन घोषणा पत्र में लिए गए सुझावों से जुड़ा हुआ है. हुआ यूं कि कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में उन तमाम संगठनों के नामों का जिक्र किया है, जिनसे सुझाव लिए गए हैं. इन नामों में कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में उपनिवेशवादियों का भी जिक्र किया है. बीजेपी ने इसे लेकर कांग्रेस पर हमला बोल दिया है. बीजेपी की दलील है कि उपनिवेशवाद का अर्थ सीधे तौर पर देशद्रोहियों से जुड़ा हुआ है. बीजेपी ने अपने आॅफिशियल ट्वीटर हैंडलर पर इसे पोस्ट करते हुए लिखा है कि-
कांग्रेस के घोषणा पत्र में उपनिवेशवादियों से संपर्क का जिक्र है. यह बेहद गंभीर मामला है. राहुल गांधी द्वारा अर्बन नक्सल का समर्थन और राज बब्बर का नक्सलियों को क्रांतिकारी बताने के बाद अब देश को गुलाम बनाने वालों का जिक्र. क्या कांग्रेस देशद्रोह पर उतारू हो गई है?
छत्तीसगढ़ बीजेपी के आॅफिशियल ट्विटर हैंडलर से इसे ट्वीट किए जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी इसे रिट्वीट किया है. इधर बीजेपी के इस ट्वीट के बाद जन घोषणा पत्र समिति के संयोजक टी एस सिंहदेव ने तमाम आरोपों पर सफाई देते हुए लल्लूराम डाॅट काम से कहा है कि-
बीजेपी की बुद्धि पर मुझे तरस आता है. उपनिवेशवादियों से हमारा आशय कालोनाइजरों से था. कालोनाइजर मतलब वह है, जो बिल्डर का काम करते हैं. बीजेपी के सांसद बंशीलाल महतो और कोरबा से चुनाव लड़ रहे उनके बेटे भी खुद कालोनाइजर हैं. ऐसे में इसे देशद्रोह बताना उनकी बुद्धि पर तरस करने जैसा है.