रायपुर। बस्तर के धनोरा में एक नाबालिग बालिका के साथ गैंगरेप के मामले में भाजपा ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि धनोरा का मामला पीड़ादायक व दुःखद है। प्रदेश सरकार के गंभीर विषयो पर उदासीनता के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है । गरीब परिवार की बेटी उसके साथ हुई हैवानियत के कारण असमय मौत को गले लगाने पर मजबूर हुई यह भूपेश सरकार की असफलता है सरकार पर कलंक है ।उन्होंने कहा कि जब मामला पुलिस तक पहुंच गया था तो पुलिस प्रशासन ने गंभीरता नही दिखाई और मामला को रफा दफा करने में लगे रहे जिसका परिणाम हुआ कि पीड़िता के पिता ने भी न्याय नही मिलने के कारण मौत को गला लगाने की कोशिश की जो बहुत ही दुखदायी है।

विष्णु देव साय ने कहा कि जिन पुलिस वालों ने गरीब परिवार के साथ अन्याय किया उन्हें तत्काल निलंबित कर न्यायिक जांच कराई जाए। मुख्यमंत्री का न्याय का नारा खोखला साबित हुआ और पुलिस महानिदेशक तत्काल स्थिति संभाले केवल अखबारों की सुर्खियां वाले बयान देकर अपने कर्तव्य से विमुख न होवें। प्रदेश में आदिवासियों के साथ लगातार होती घटना शंका को जन्म दे रही है । राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा छत्तीसगढ़ की अपनी निक्कमी प्रदेश सरकार को जगाने के कुछ तो कदम उठाये ।

वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि बस्तर से बलरामपुर सहित पूरे प्रदेश में बेटियां कहीं भी सुरक्षित नही हैं। प्रदेश में हालत भयावह तो ,प्रदेश की बेटियों की सुरक्षा की चिंता छोड़कर, प्रदेश सरकार केवल अपने दिल्ली दरबार को खुश करने के लिये सत्याग्रह कर रही है। यह असत्य की बातों का दुराग्रह है। उन्होंने कहा कि बस्तर के धरोना में एक नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक अनाचार के घटना की सूचना ने हम सब को दुखी किया है। जिस तरह से न्याय नही मिलने से उस बेटी ने आत्यहत्या कर ली और अब उसके पिता की भी आत्महत्या की कोशिश ने सबको चिंतित किया है कि, आखिर बस्तर में क्या हो रहा है? इस पर गंभीरता से कार्रवाई की जानी चाहिये। लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ। उन्होंने कहा कि पीडिता परिवार को तत्काल न्याय मिले और इस घटना में सारे दोषियों पर मामला दर्ज हो साथ ही दोषी पुलिस अमला पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिये।